तोक्यो: जापान के तट से जब 2 लावारिस नावें लगी होंगी तब किसी को भी अंदाजा नहीं रहा होगा कि उनमें मनुष्यों की लाशें हो सकती हैं। इन लाशों की हालत ऐसी है कि लिंग की पहचान करने में भी मुश्किल आ रही है। जापानी तट रक्षकों ने सोमवार को कहा कि अकिता प्रांत के तट के निकट नाव में पाए गए 10 शव उत्तर कोरियाई मछुआरों के हो सकते हैं। एक तटरक्षक प्रवक्ता ने कहा, ‘नाव को पहली बार तट के निकट 24 नवंबर को देखा गया, लेकिन तेज लहरों की वजह से राहत कर्मी इस तक रविवार को पहुंचने में कामयाब हुए।’
प्रवक्ता ने कहा कि अधिकारी शवों के लिंग की पहचान करने में जुटे हैं, जो बहुत ही विघटित अवस्था में मिले हैं। प्रवक्ता ने कहा कि सप्ताहांत में एक अन्य घटना में जापानी कोस्ट गार्ड ने निगाटा प्रांत के सडो द्वीप के अलग हिस्सों से 2 शव व साथ ही साथ नाव के अवशेष बरामद किए थे। उत्तर कोरियाई तंबाकू के बक्से शवों के पास पाए गए। इसके साथ ही शवों के पास जीवन रक्षक जैकेट व कोरियाई लिपि हंगुल में लिखे वाक्य मिले।
8 मछुआरों का एक समूह 23 नवंबर को अकिता प्रांत में पहुंचा, समूह का दावा है कि इंजन के फेल होने के कारण वह अपना रास्ते से भटक गए। यह समूह युरिहोनजो भी पहुंचा था और इसने उत्तर कोरिया से होने का दावा किया था। प्रवक्ता ने कहा कि अक्सर मृत मछुआरों के साथ दर्जनों उत्तर कोरियाई नाव हर साल जापानी तटों पर बरामद की जाती हैं। आपको बता दें कि जहां पर ये लाशें मिली हैं वह स्थान उत्तर कोरिया से 750 किलोमीटर की दूरी पर है।
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