इस्लामाबाद: पाकिस्तान में 2012 में मलाला यूसुफजई पर हमले और 2014 में पेशावर में सैन्य स्कूल में दुनिया को झकझोरने वाले हमले के लिए जिम्मेदार आतंकी पाकिस्तान की जेल से फरार हो गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान तालिबान का प्रवक्त रह चुका एहसान-उल्ला-एहसान नाम का यह आतंकी जेल से भागने में कामयाब रहा है। एहसान ने खुद ऑडियो क्लिप जारी कर अपनी फरारी की जानकारी दी है। सोशल मीडिया पर गुरुवार को साझा ऑडियो क्लिप में एहसान ने कहा कि वह 11 जनवरी को पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों की जेल से भाग गया है।
‘अल्लाह की मदद से मैं कामयाब रहा’
इस ऑडियो क्लिप में एहसान ने दावा किया पाकिस्तानी सेना 2017 में आत्मसमर्पण के दौरान उससे किए गए वादे निभाने में नाकाम रही। क्लिप में वह कहता सुनाई दे रहा है, ‘अल्लाह की मदद से, मैं एक जनवरी 2020 को सुरक्षा बलों की जेल से भागने में कामयाब रहा।’ अगर यह क्लिप सच साबित होती है तो यह तालिबान के खात्मे के लिए अभियान चला रहे पाकिस्तान के लिए बड़ा झटका साबित होगा। एहसान ने अपना मौजूदा ठिकाना बताए बिना कहा कि वह आने वाले दिनों में जेल में बीते अपने दिनों और भविष्य की योजनाओं के बारे में विस्तार से बताएगा।
पाकिस्तान के लिए बेहद बड़ा झटका
गौरतलब है कि सबसे युवा नोबेल शांति पुस्कार विजेता मलाला को 2012 में महिला शिक्षा के लिए अभियान के दौरान पाकिस्तान की स्वात घाटी में एक बंदूकधारी ने गोली मार दी थी। वहीं 16 दिसंबर 2014 को पेशावर के आर्मी स्कूल पर हुए हमले में 132 छात्रों समेत 149 लोगों की मौत हो गई थी। दुनिया को झकझोरने वाले इस हमले में भी एहसान शामिल था। ऐसे में पाकिस्तान की कैद से उसका निकल जाना एक बहुत बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है।
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