'खूनी' रंग दिखाने लगा तालिबान, लोक गायक को गोली मारकर उतारा मौत के घाट
तालिबान ने बगलान प्रांत की अंदाराबी घाटी में एक लोक गायक की गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक का नाम फवाद अंदाराबी है।
काबुल: तालिबान ने बगलान प्रांत की अंदाराबी घाटी में एक लोक गायक की गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक का नाम फवाद अंदाराबी है। फवाद के परिवार ने दावा किया कि तालिबान ने गोली मारकर उनकी हत्या की है। तालिबान ने फवाद अंदाराबी की हत्या क्यों की, अभी तक इसकी वजह का खुलासा नहीं हुआ है। हत्या से लोग काफी डर गए हैं।
गौरतलब है कि अंदाराबी घाटी के नाम पर ही फवाद का नाम फवाद अंदाराबी रखा गया था। अंदाराबी घाटी देश की राजधानी काबुल से करीब 100 किलोमीटर दूर है। तालिबान के शासन में आने के बाद से ही अंदाराबी घाटी में हालात काफी मुश्किल हो गए हैं। यहां के कई जिले ऐसे हैं, जहां तालिबान विरोधी मिलीशिया का शासन है।
फवाद के बेटे जवाद अंदाराबी ने समाचार एजेंसी AP को बताया कि तालिबान पहले भी घर में घुसा था और घर की तलाशी ली थी। तब तालिबान ने लड़ाकों ने फवाद के साथ बैठकर चाय भी पी थी। जवाद ने कहा कि शुक्रवार को पता नहीं ऐसा क्या हुआ कि तालिबान ने उनके पिता की हत्या कर दी।
फवाद के बेटे ने कहा कि वह न्याय के लिए आवाज उठाएगा। उसने स्थानीय तालिबान काउंसिल में मामला उठाया है और उसे आश्वासन मिला है उसके पिता के हत्यारे को सजा मिलेगी। तालिबान प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने एपी को बताया कि इस मामले की जांच की जाएगी।
काबुल एयरपोर्ट के पास फिर से हुआ जोरदार धमाका
काबुल एयरपोर्ट के पास फिर से बड़े धमाके की खबर आई। अफगान मीडिया के मुताबिक, काबुल एयरपोर्ट के पास ख्वाजा बुग्रा इलाके में बम धमाका हुआ। बताया जा रहा है कि यहां रिहायशी इलाके में एक मकान पर रॉकेट से हमला किया गया है।
रशियन मीडिया के मुताबिक, काबुल रॉकेट हमले में 2 लोगों की मौत हो गई है जबकि 3 लोग घायल हो गए हैं। धमाके के बाद लोग छतों पर भगाते हुए दिखाई दिए। ब्लास्ट के बाद आसपास के इलाकों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
इससे पहले बीते गुरुवार को काबुल एयरपोर्ट पर हुए धमाकों से पूरा शहर दहल गया था। इसी तरह के और भी आतंकी हमले होने की आशंका जताई जा रही है। काबुल एयरपोर्ट पर आतंकी हमले की आशंका को देखते हुए अमेरिका ने अपने नागरिकों को काबुल एयरपोर्ट छोड़ने को भी कहा था।
आतंकी हमलों की चेतावनियों से अमेरिकी सुरक्षा बलों द्वारा लोगों को निकालने की जो प्रक्रिया चल रही है उस पर भी असर पड़ रहा है। अफगानिस्तान के काबुल एयरपोर्ट पर बीते गुरुवार को हुए आत्मघाती हमले में 170 से ज्यादा लोगों के अलावा अमेरिका के 13 सैनिकों की मौत भी हुई थी।