ताइपे: चीन और ताइवान के बीच पिछले कुछ महीनों से जबर्दस्त तनाव चल रहा है। ड्रैगन की तैयारियों को देखकर लग रहा है कि वह ताइवान को हासिल करने के लिए जंग के स्तर तक भी जा सकता है। हालांकि इस बीच ताइवान की सेना ने भी साफ कर दिया है कि यदि उसके ऊपर किसी भी तरह का हमला हुआ तो वह मुंहतोड़ जवाब देगा। गौरतलब है कि चीन ने साउथ चाइना सी में ताइवान के इलाके पर कब्जा करने के मकसद से युद्धाभ्यास के नाम पर हजारों सैनिकों को उतार दिया है, जिसकी प्रतिक्रिया में ताइवान ने भी लगभग 200 मरीन कमांडोज की एक कंपनी प्रतास द्वीप पर भेजी है।
ताइवान की सेना ने कहा, हमारे पास क्षमता है
ताइवान की सेना ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘हमारे देश की सुरक्षा के लिए हमारे समर्पण को कोई कम न समझे। हमारी सेना किसी से भी दुश्मनी नहीं करेगी लेकिन यदि विरोधी गतिविधियां होती हैं तो उनपर प्रतिक्रिया देगी।’ जापानी मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, चीन की सेना हैनान द्वीप पर बड़े पैमाने पर युद्धाभ्यास की प्लानिंग कर रही है, जिसके तहत वह ताइवान के कब्जे वाले द्वीपों पर हमला करने की कोशिश कर सकती है। हालांकि ताइवान की सेना भी किसी भी तरह की चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार दिख रही है।
चीन ने दी थी एयरफील्ड उड़ाने की धमकी
बता दें कि चीन पिछले दिनों ताइवान और अमेरिका के बीच F-16 विमानों की डील को लेकर बौखलाया हुआ है। चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स में एक एक्सपर्ट ने लिखा था कि चीन की सेना के लिए F-16 विमान खतरा हो सकते हैं, लेकिन पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के पास J-10B और J-10C लड़ाकू विमान हैं जो अमेरिकी प्लेन को टक्कर दे सकते हैं। एक्सपर्ट ने यह भी कहा था F-16 तो J-11 का ही मुकाबला नहीं कर सकता, J-20 की तो बात ही छोड़ दीजिए।' एक्सपर्ट ने अपने लेख में ताइवान के एयरफील्ड उड़ाने की धमकी देते हुए कहा था कि उसके F-16 लड़ाकू विमानों को उड़ने का मौका भी नहीं मिलेगा।
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