जकार्ता: इंडोनेशिया के पूर्व राष्ट्रपति सुकर्णो की बेटी सुकमावती सुकर्णोपुत्री ने अपने 70वें जन्मदिन पर इस्लाम को छोड़कर हिंदू धर्म अपना लिया है। उन्होंने मंगलवार को इंडोनेशिया की सबसे ज्यादा हिंदू आबादी वाले राज्य बाली में हिंदू धर्म की दीक्षा ली। सुकमावती इंडोनेशिया के पहले राष्ट्रपति सुकर्णो की तीसरी बेटी और देश की पांचवीं राष्ट्रपति मेगावती सुकर्णोपुत्री की बहन हैं। मुस्लिम बहुल देश में दीया मुटियारा सुकमावती का यह आधिकारिक धर्मांतरण 26 अक्टूबर को बुलेलेंग जिले के सोइकरनो केंद्र में सुधी वदानी समारोह के दौरान हुआ।
समारोह में शामिल हुए करीब 50 मेहमान
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह समारोह सुकमावती के 70वें जन्मदिन पर कड़ी सुरक्षा के बीच हुआ और इसमें सिर्फ 50 मेहमान ही शामिल हुए। बताया जाता है कि इनमें भी ज्यादातर परिवार के सदस्य थे क्योंकि कोविड-19 महामारी के चलते बहुत कम लोगों को समारोह में आमंत्रित किया गया। सुकमावती के धर्म परिवर्तन की जानकारी सीएनएन इंडोनेशिया ने कुछ दिन पहले ही दी थी। बताया जा रहा है कि सुकमावती को हिंदू धर्म के सिद्धांतों, अनुष्ठानों और परंपराओं की पूरी जानकारी है।
परिवार ने भी दिया सुकमावती का साथ सुकमावती के
हिंदू धर्म अपनाने में उनकी दिवंगत दादी इदा आयु न्योमन राय श्रीम्बेन का काफी बड़ा योगदान माना जाता है। खास बात यह है कि 70 साल की सुकमावती के भाइयों गुंटूर सुकर्णोपुत्र और गुरुह सुकर्णोपुत्र तथा बहन मेगावती सुकर्णोपुत्री ने भी हिंदू धर्म अपनाने के उनके फैसले का समर्थन किया है। उनके इस कदम का स्वागत उनके बच्चों मुहम्मद पुत्र परवीरा उतामा, प्रिंस हर्यो पौंड्राजरना सुमौत्रा जीवनेगारा और गुस्ती राडेन आयु पुत्री सिनिवती ने भी किया है। बता दें कि पूरी दुनिया में
मुस्लिमों की सबसे बड़ी आबादी इंडोनेशिया में ही रहती है।
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