नई दिल्ली। श्रीलंका के प्रधानमंत्री रनिल विक्रमसिंघे की गुरुवार से शनिवार तक चलने वाली भारत यात्रा से पहले चीन ने भारत के साथ नजदीकी बढ़ाने के लिए कदम उठाया है। श्रीलंका की सरकार ने अप्रैल में चीन की कंपनी के साथ जो बड़ा करार किया था उसे रद्द करके अब भारतीय कंपनी को सौंपा है। श्रीलंका के इस कदम को भारत के साथ मित्रता बढ़ाने के तौर पर देखा जा रहा है। आज गुरुवार से श्रीलंका के प्रधानमंत्री रनिल विक्रमसिंघे भारत की 3 दिन की यात्रा पर हैं और उससे पहले श्रीलंका ने यह कदम उठाकर नजदीकी का संकेत दिया है।
इस साल अप्रैल में चीन की सरकारी कंपनी चाइना रेलवे बीजिंग इंजिनीयरिंग ग्रुप कंपनी लिमिटेड में श्रीलंका में 30 करोड़ डॉलर यानि लगभग 2200 करोड़ रुपए कीमत का एक हाउसिंग प्रोजेक्ट मिला था जिसके तहत उत्तरी श्रीलंका के जाफना में 40,000 घरों का निर्माण होना था। चीन की कंपनी इन घरों का निर्माण कंकरीट से करना चाहती थी जबकि स्थानीय निवासी ईंट से बने घरों की मांग कर रहे थे, ऐसे में यह प्रोजेक्ट रुक गया।
अब श्रीलंका की सरकार ने इस योजना के लिए नया प्रोजेक्ट मंजूर किया है जिसके तहत 28000 घरों का निर्माण किया जाएगा और यह काम भारतीय कंपनी एनडी एंटरप्राइसेज के साथ दो श्रीलंकाई कंपनियों को दिया गया है। इस प्रोजेक्ट के तहत कुल 65000 घरों का निर्माण किया जाएगा और 28000 के अलावा बाकी बचे हुए घरों को बनाने का जिम्मा उस कंपनी को सौंपा जाएगा कम लागत और कम कीमत पर घर बनाने के लिए तैयार होगी।
श्रीलंका में एलटीटीई के खात्मे के बाद भारत ने उसकी काफी मदद की और वहां कई प्रोजेक्ट्स में काम किया, लेकिन पिछले कुछ सालों से श्रीलंका में चीन की पैठ बढ़ती जा रही है जिस वजह से चीन की कंपनीयों ने वहां पर कई इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट हथिया लिए हैं। लंबे समय के बाद ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी चीनी कंपनी के बजाय भारतीय कंपनी को काम दिया गया हो।
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