कोलंबो: श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रिपाला सिरीसेना ने हिंसा प्रभावित कैंडी जिले में सांप्रदायिक झड़पों की जांच के लिए शनिवार को एक आयोग का गठन किया। हिंसा की घटना के कारण देशव्यापी आपातकाल की घोषणा की गई थी। कैंडी जिले में सोमवार से मुस्लिम विरोधी दंगे में 2 लोगों की मौत हो गई और कई कारोबारी ठिकानों, घरों तथा मस्जिदों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। देश में 4 दिनों तक चले दंगों में 3 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 20 अन्य जख्मी हो गए थे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सेवानिवृत्त न्यायाधीशों वाली 3 सदस्यीय कमेटी कैंडी में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने की जांच करेगी और जान-माल के नुकसान का आकलन करेगी। कमेटी भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकने के लिए उठाए जाने वाले कदमों की सिफारिश भी करेगी। सेवानिवृत्त न्यायाधीशों के नामों की घोषणा बाद में की जाएगी। इससे पहले पुलिस प्रवक्ता रूवान गुणशेकरा ने कहा कि जिले में कर्फ्यू शनिवार सुबह हटा लिया गया। फिर से कर्फ्यू लगाने के लिए प्रभावित इलाके में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के बाद फैसला लिया जाएगा।
कैंडी में 4 मार्च से कुल 146 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया। इसमें 135 लोगों को हिंसा के लिए जबकि 11 लोगों को कर्फ्यू के उल्लंघन के लिए गिरफ्तार किया गया। पुलिस के मुताबिक बहुसंख्यक सिंहली लोगों की भीड़ ने 11 मस्जिदों को भी नुकसान पहुंचाया। इन हालात के बीच श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरीसेना शनिवार को विदेश यात्रा पर रवाना हो गए। सिरीसेना भारत और जापान की यात्रा पर गए हैं। वह नई दिल्ली में ‘इंटरनेशनल सोलर एलायंस’ के संस्थापक सदस्यों के पहले सम्मेलन में शामिल होंगे।
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