कोलंबो: श्रीलंका में ईस्टर के मौके पर रविवार को हुए सिलसिलेवार बम धमाकों में पश्चिम तटीय शहर नेगोम्बो के सेंट सेबेस्टियन गिरजाघर ने भारी तबाही झेली जहां 200 से ज्यादा लोगों की जान गई। यहां के एक उच्च पदस्थ पादरी का कहना है कि गिरजाघर की दीवारों पर खून के निशान और शवों के टुकड़े फैले हुए हैं। यहां तक कि गिरजाघर से लगती सड़क की भी यही हालत है।
अधिकारियों ने बताया कि सिलसिलेवार तरीके से तीन गिरजाघरों और तीन पांच सितारा होटलों में हुए धमाकों में रविवार को 207 लोगों की मौत हो गई। दोपहर बाद हुए दो अन्य धमाकों में तीन पुलिसकर्मियों समेत पांच और लोगों की जान चली गई। श्रीलंकाई मीडिया की खबरों के मुताबिक नेगोम्बो अस्पताल के मुताबिक सेबेस्टियन चर्च से वहां कम से कम 74 मृतकों और 113 घायलों को लाया गया।
कोलंबो के आर्चडायोसिस के सोशल कम्युनिकेशन निदेशक फादर एडमंड तिलकरत्ने ने बताया कि यह विस्फोट ईस्टर प्रार्थनासभा के बाद हुआ। गिरजाघर के क्षेत्र में विस्फोट के बाद 30 शव पड़े हुए थे। उन्होंने कहा कि तीन पादरी धमाके के वक्त प्रार्थना करा रहे थे। उनमें से दो बुरी तरह घायल हो गए जबकि एक को मामूली चोट आई है। उन्होंने बताया कि ईस्टर के अवसर पर करीब एक हजार लोग यहां आए थे क्योंकि यह एक खास दिन है। कई लोग गांवों से आए थे।
उन्होंने बताया कि पूरी जमीन मलबे और कांच के टुकड़ों से भरी पड़ी थी। तिलकरत्ने ने कहा, “आप पूरी दीवार और चर्च के बाहर शवों के टुकड़े बिखरे देख सकते हैं।” कोलंबों के सेंट एंथनी चर्च में पत्रकारों ने जमीन पर शवों को पड़े देखा, उनमें से कुछ पर कपड़े ढके हुए थे। कोलंबो के आर्चबिशप ने मांग की है कि इस विस्फोट के लिए जो भी जिम्मेदार हैं उन्हें कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
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