मिसाइल टेस्ट: साउथ कोरिया में मिसाइल रक्षा प्रणाली की तैनाती तेज, चीन नाराज
नॉर्थ कोरिया के इंटरकॉन्टिनेंटल मिसाइल टेस्ट के बाद साउथ कोरिया ने अमेरिकी मिसाइल रक्षा प्रणाली की प्रकिया को तेज कर दिया है।
सोल: नॉर्थ कोरिया के इंटरकॉन्टिनेंटल मिसाइल टेस्ट के बाद साउथ कोरिया ने अमेरिकी मिसाइल रक्षा प्रणाली की प्रकिया को तेज कर दिया है। साउथ कोरिया की डिफेंस मिनिस्ट्री ने शनिवार को कहा कि उत्तर कोरिया के हालिया ICBM टेस्ट ने चीन के कड़े विरोध के बावजूद उनके देश को अमेरिकी मिसाइल रक्षा प्रणाली की तैनाती की प्रक्रिया तेज करने के लिए मजबूर कर दिया है। उन्होंने कहा कि शुक्रवार देर रात को उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण के बाद अमेरिकी सेना रणनीतिक हथियारों को दक्षिण कोरिया में तैनात करेगी।
राष्ट्रपति पद से हटाई गई पार्क ग्यून हेय की सरकार के तहत थाड रक्षा प्रणाली के कई हिस्सों को देश में लाया गया था लेकिन नए नेता मून जेइ-इन ने पिछले महीने इस कार्यक्रम को रद्द कर दिया था। उन्होंने इसके पीछे नए पर्यावरणीय प्रभावों का आकलन करने की जरुरत का हवाला दिया था। रक्षा मंत्री सोंग योंग-मू ने पत्रकारों से कहा कि उत्तर कोरिया के हालिया परीक्षण के जवाब में हम थाड बैटरी के बचे हुए हिस्सों की तैनाती पर जल्द ही विचार विमर्श शुरू करेंगे। थाड बैटरी 6 इंटरसेप्टर मिसाइल लॉन्चरों से बनी है। दो लॉन्चरों को सोल से करीब 300 किलोमीटर दक्षिण में स्थित सियोंग्जू काउंटी में तैनात किया गया है।
प्रेजीडेंशियल ब्लू हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दक्षिण कारिया ने अपने फैसले के बारे में चीन को भी सूचित कर दिया है। थाड की तैनाती से चीन आक्रोशित है। उसकी दलील है कि इससे क्षेत्र में अस्थिरता पैदा होगी। सोंग ने कहा कि अमेरिका, कोरियाई प्रायद्वीप और उसके आसपास के इलाके में रणनीतिक हथियार भेजेगा। उन्होंने इसके बारे में और कोई जानकारी नहीं दी। रणनीतिक हथियारों का मतलब आमतौर पर बमवर्षक विमानों और विमान वाहक पोतों से होता है। दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने एक नई बैलिस्टिक मिसाइल का वीडियो भी जारी किया है। उसने कहा है कि यह दुनिया का सबसे सटीक और शक्तिशाली हथियार है तथा किसी भी समय एवं किसी भी स्थान पर किसी भी लक्ष्य पर निशाना लगाने में सक्षम है।