सोल: दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति पद से हटाई जा चुकीं पार्क ग्वेन-हाई पर सरकारी खुफिया एजेंसी से करोड़ों डॉलर की रिश्वत लेने के आरोप में मुकदमा चलाया जाएगा। उन पर 18 आरोपों में पहले से मुकदमा चल रहा है। अभियोजकों ने दक्षिण कोरियाई मीडिया को बताया कि देश की पहली महिला राष्ट्रपति पार्क ने 2013 की शुरूआत में शपथ ग्रहण के तुरंत बाद से लेकर 2016 के मध्य तक हर महीने नेशनल इंटेलिजेंस सर्विस (एनआईएस) से पांच और 20 करोड़ वोन के बीच (अब 47,000 अमेरिकी डॉलर से 188,000 अमेरिकी डॉलर तक) की रकम हासिल की। (पाकिस्तान के रक्षा मंत्री को कानूनी नोटिस भेजेगा जमात-उद-दावा )
बताया जा रहा है कि कुल 3.8 अरब वोन की नगद राशि कथित तौर पर एनआईएस एजेंटों ने पार्क के सहयोगियों को दी। यह राशि राष्ट्रपति के ‘ब्लू हाउस’ के पास पार्किंग की बहुत कम व्यस्त जगहों या सुनसान जगहों पर दी गई। योनहैप न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, खुफिया एजेंसी के ‘‘ब्लाइंड बजट’’ से यह राशि राष्ट्रपति को दी गई।
‘‘ब्लाइंड बजट’’ करोड़ों डॉलर का वह विशेष कोष होता है जिसे जासूसी विरोधी गतिविधियों के लिए सरकार को हिसाब दिए बगैर खर्च किया जा सकता है। अब तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि पार्क ने ये पैसे कहां और कैसे खर्च किए, लेकिन खबरों में कहा गया है कि उन्होंने निजी उद्देश्यों और समर्थक समूहों को वित्तीय मदद मुहैया कराने में यह धनराशि खर्च की। पार्क पर रिश्वतखोरी, दमन, बड़े-बड़े कारोबारियों को सरकारी फायदा दिलाने के लिए अधिकारों के दुरुपयोग सहित 18 आरोपों में पहले से मुकदमा चल रहा है। अब उन पर इन भुगतानों के बाबत 19वें आरोप में मुकदमा चलेगा।
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