सिंगापुर: भारतीय मूल के जे. वाई. पिल्लै बने देश के कार्यवाहक राष्ट्रपति
भारतीय मूल के अनुभवी लोक प्रशासक जे. वाई. पिल्लै को शुक्रवार को सिंगापुर का कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त किया गया।
सिंगापुर: भारतीय मूल के अनुभवी लोक प्रशासक जे. वाई. पिल्लै को शुक्रवार को सिंगापुर का कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त किया गया। पिल्लै महीने के अंत में नए राष्ट्राध्यक्ष के शपथ ग्रहण करने तक देश के कार्यवाहक राष्ट्रपति बने रहेंगे। वह फिलहाल राष्ट्रपति सलाहकार परिषद (CPA) के चेयरमैन हैं। राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए मलय मूल के 3 उम्मीदवारों के चुनाव में खड़े होने की संभावना है। देश का सर्वोच्च पद इस बार अल्पसंख्यक समूह के प्रतिनिधित्व के लिए आरक्षित है।
सिंगापुर के निवर्तमान राष्ट्रपति टोनी टान केंग याम का 6 वर्ष का कार्यकाल गुरुवार को पूरा होने के बाद उन्हें यह पद सौंपा गया है। राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन भरने की तिथि 13 सितंबर है। चुनाव 23 सितंबर को होगा। रिपोर्ट के मुताबिक, सिंगापुर में राष्ट्रपति पद के रिक्त होने के बाद CPA चेयरमैन और इसके बाद संसद को अध्यक्ष ही इस पद को संभालने के योग्य होता है। वर्ष 1991 में राष्ट्रपति चुने जाने की शुरुआत के बाद यह पहला मौका है जब यह पद खाली हुआ है।
पिल्लै इससे पहले भी कार्यवाहक राष्ट्रपति का पद संभाल चुके हैं। वर्ष 2005 के बाद CPA अध्यक्ष रहने के दौरान इससे पहले जब भी राष्ट्रपति विदेशी दौरे पर गए,उन्होंने यह पद संभाला था। इस वर्ष मई में राष्ट्रपति टान के यूरोप दौरे के दौरान भी पिल्लै की कार्यवाहक राष्ट्रपति के तौर पर नियुक्ति की गई थी। उन्होंने ऐसे 60 मौकों पर कार्यवाहक राष्ट्रपति का कार्यभार संभाला है। इससे पहले सबसे लंबे समय के लिए उन्होंने 2007 में अप्रैल और मई माह में तत्कालीन राष्ट्रपति एस.आर नाथन के अफ्रीका दौरे के समय 16 दिनों के लिए यह पद संभाला था।