ढाका: बांग्लादेश के कॉक्स बाजार जिले में रोहिंग्या शरणार्थी शिविरों में आग लगने से कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों अन्य घायल हो गए। इस हादसे के बाद से कम से कम 400 रोहिंग्या शरणार्थी लापता भी बताए जा रहे हैं। फायर सर्विस व सिविल डिफेंस डिपार्टमेंट के जिला प्रमुख मोहम्मद अब्दुल्ला ने मंगलवार को घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि दमकल कर्मियों ने रात भर आग को बुझाया। वहीं, UNHCR के जोहानस वान डर क्लाव ने कहा कि इस घटना में कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई है और 400 से ज्यादा लोग लापता हैं।
17 हजार से ज्यादा शिविर जलकर खाक
फायर सर्विस व सिविल डिफेंस डिपार्टमेंट के जिला प्रमुख मोहम्मद अब्दुल्ला ने कहा कि विभिन्न एजेंसियों द्वारा संचालित उपचार केंद्रों में घायलों का इलाज चल रहा है और सरकार नुकसान का आकलन कर रही है। अब्दुल्ला ने कहा कि आग लगने का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है। शरणार्थी राहत और प्रत्यावर्तन आयोग के उपप्रमुख मोहम्मद शमसुद दौजा के अनुसार, सोमवार दोपहर को एक शिविर में आग लग गई और आसपास के चार अन्य शिविरों में भी फैल गई। इससे हजारों रोहिंग्या मुसलमान बेघर हो गए। एक अनुमान के मुताबिक 17 हजार से ज्यादा शिविर आग में जलकर खाक हो गए हैं।
घटना में 560 रोहिंग्या घायल, 45 हजार विस्थापित
संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी ने एक बयान में कहा कि आग ने आश्रयों, स्वास्थ्य केंद्रों, वितरण बिंदुओं और अन्य सुविधाओं को प्रभावित किया है। एजेंसी ने बताया कि इस घटना में 560 लोग घायल हुए हैं और 45 हजार शरणार्थी विस्थापित हुए हैं। इस घटना की भयावहता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कई बच्चे अपने परिवारों की खोज में जोर-जोर से रो रहे थे और इधर-उधर दौड़ रहे थे। म्यांमार से पलायन के बाद 10 लाख से अधिक रोहिंग्या मुसलमान कॉक्स बाजार में 3,000 हेक्टेयर से अधिक पहाड़ी भूमि पर बने 34 शिविरों में रह रहे हैं।
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