चिंगदाओ: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आखिरी दिन जारी साझा बयान से खुद को अलग कर लेने के बाद G7 में भले ही कलह मचा हुआ हो, लेकिन SCO शिखर सम्मेलन में अलग ही माहौल देखने को मिला है। चीन और रूस के नेताओं ने SCO शिखर सम्मेलन के दौरान इस क्षेत्रीय सुरक्षा ब्लॉक के विस्तार की तारीफ की है। G7 में कलह की खबरों के बीच यह सम्मेलन भागीदार देशों की एकजुटता दिखाता है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भारत और पाकिस्तान के नेताओं को देश के पूर्वी शहर चिंगदाओ में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (SCO) में ‘विशेष स्वागत’ किया।
भारत और पाकिस्तान को पिछले साल ही इस समूह में शामिल किया गया था और पहली दफा ही ये दोनों देश इस सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं। SCO का गठन साल 2001 में हुआ था। इस संगठन में कजाखस्तान, किर्गीस्तान, तजाकिस्तान और उज्बेकिस्तान जैसे देश भी शामिल हैं। SCO नेताओं को संबोधित करते हुए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि SCO में पाकिस्तान और भारत को शामिल किए जाने से यह संगठन और मजबूत हुआ है। SCO सदस्य देशों के बीच कई मुद्दों को लेकर असहमति है।
भारत जहां चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के विवादित क्षेत्र में चीन के व्यापारिक अवसंरचना परियोजना से चिंतित है। वहीं पिछले साल हिमालय क्षेत्र में दोनों देशों के बीच सीमा विवाद को लेकर टकराव देखने को मिला था। इसके बावजूद शी ने सहयोगी देशों के नेताओं को स्वागत पूरी गर्मजोशी के साथ किया और चिंगदाओ में दो दिवसीय सम्मेलन के दौरान किसी प्रकार की तनातनी का माहौल देखने को नहीं मिला।
यहां स्थिति क्यूबेक शहर में आयोजित समूह सात की बैठक के निरर्थक तरीके से समाप्त हो जाने से बिल्कुल उलट नजर आई। इस सम्मेलन के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संयुक्त बयान से खुद को अलग कर लिया। इसके बाद उन्होंने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को ‘बेईमान’ और ‘कमजोर’ बताते हुए उनपर जम कर निशाना साधा।
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