रियाद: सऊदी अरब और यमन के हूती विद्रोहियों के बीच जारी संघर्ष में रविवार को एक शख्स की जान चली गई। दरअसल, यमन के हूती विद्रोहियों ने सऊदी अरब को निशाना बनाकर बैलिस्टिक मिसाइलें दागी थीं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसके बाद सऊदी अरब की सेना ने यमन से दागी गईं 7 मिसाइलों को मार गिराया। मिसाइलों को रोकने के चलते इसके विस्फोटक टुकड़े आसपास के आवासीय क्षेत्रों पर गिर गए, जिसमें मिस्र के एक नागरिक की मौत हो गई। इस घटना में मिस्र के दो नागरिक घायल भी हुए। यह 3 वर्ष पहले भड़के युद्ध के दौरान सऊदी धरती पर हूती विद्रोहियों के हमले में पहली मौत है।
सऊदी अरब के नेतृत्व वाले अरब गठबंधन के प्रवक्ता तुर्की अल-मल्की के मुताबिक, रविवार देर रात 3 मिसाइलें रियाद में दागी गईं। अल-मल्की ने इस हमले के लिए ईरान को जिम्मेदार बताया है। एक मिसाइल असीर प्रांत के खामीस मुशैत और एक अन्य नजरान व 2 जिजान की ओर निशाना बनाकर दागी गई थीं। इससे संपत्ति को नुकसान की भी खबर मिली है। लेकिन प्रवक्ता ने इस पर अधिक जानकारी नहीं दी। अल-मल्की ने बताया कि मिसाइल हमले का उद्देश्य सऊदी अरब और क्षेत्र की सुरक्षा को प्रभावित करना था।
अल-मल्की ने अपने बयान में कहा, ‘ईरान द्वारा समर्थित हौती समूह के इस आक्रामक और बिना सोचे-समझे उठाए गए कदम से साबित होता है कि ईरानी सरकार सशस्त्र हौती समूह का समर्थन कर रही है।’ वहीं, ईरान विद्रोहियों को हथियार देने की बात से इनकार करता रहा है, जो यमन की सरकार और सऊदी गठबंधन के खिलाफ मार्च 2015 से लड़ रहे हैं। ईरान का कहना है कि मिसाइल लॉन्च सऊदी नेतृत्व के गठबंधन की आक्रामकता के जवाब में 'स्वतंत्र कार्रवाई' है।
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