दुबई: बहरीन में 3 पुलिसकर्मियों की हत्या करने, हिंसक विरोध प्रदर्शनों को भड़काने और देश के शिया बहुसंख्यकों तथा सुन्नी शासकों के बीच तनाव पैदा करने के मामले में 3 लोगों को रविवार को फांसी दे दी गई। सरकारी समाचार एजेंसी बीएनए ने अभियोजन कार्यालय के हवाले से कहा कि शिया समुदाय के 3 लोगों को फांसी दे दी गई। 6 दिन पहले एक अदालत ने उन्हें मार्च 2014 में एक बम हमले को लेकर सुनाई गई मौत की सजा को बरकरार रखा था।
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बहरीन में 2 सदियों से अधिक समय से अल-खलीफा वंश का शासन है। यहां शिया आबादी बहुसंख्यक है जो लंबे समय से हाशिये पर रखे जाने की शिकायत करते रहे हैं। सोशल मीडिया पर डाली गईं टिप्पणियों के अनुसार मौत के घाट उतारे जाने की घोषणा से शिया बहुल गांवों में प्रदर्शन शुरू हो गये जहां प्रदर्शनकारियों ने जले हुए टायर फेंककर सड़कें अवरद्ध कीं और पुलिस ने जवाब में आंसू गैस के गोले छोड़े। ऑनलाइन पर मानवाधिकार कार्यकर्ताओं द्वारा डाली गईं तस्वीरों में दिखाया गया कि जिन लोगों को फांसी दी गई उनके परिवार बिलख रहे हैं।
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Bahrain Execution | AP Photo
इन्हीं तीन युवकों को आज फांसी पर लटकाया गया था। (AP फोटो)
चश्मदीदों के मुताबिक शनिवार को बड़ी संख्या में महिला और पुरुष सड़कों पर उतरे जब तीनों दोषियों के परिवारों को उनसे जेल में मिलने बुलाया गया था। यह कदम सामान्य तौर पर मौत की सजा दिए जाने से पहले उठाया जाता है। बहरीन इंस्टीट्यूट फॉर राइट्स ऐंड डेमोक्रेसी के सैयद अहमद अलवादेई ने कहा, ‘यह बहरीन के इतिहास में काला दिन है। यह बहरीन की सरकार द्वारा किया गया सबसे घृणित अपराध है।’ प्रदर्शनकारी नारे लगा रहे थे कि फांसी देना बंद हो।
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