इस्लामाबाद: जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल (JUI-F) के नेता मौलाना फजलुर रहमान के नेतृत्व में विपक्ष का 'आजादी मार्च' इस्लामाबाद पहुंच गया है। विपक्ष प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) सरकार को बर्खास्त करने की मांग कर रहा है। पाकिस्तान की मीडिया के दिए एक इंटरव्यू में फजलुर रहमान ने कहा, ‘यह निर्णय जनता करेगी कि हमारी आगे की रणनीति क्या होनी चाहिए।’ राजधानी में जुलूस की अगुआई कर रहे रहमान ने कहा कि उनकी पार्टी द्वारा इमरान खान की सरकार को दिया गया समय खत्म हो गया है।
मौलाना ने कहा कि इमरान सरकार को भ्रष्ट तरीके से सत्तारूढ़ कराया गया था और उसे जनादेश नहीं मिला था। वहीं, प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी साफ कर दिया है कि उनके इस्तीफा देने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता। मौलाना ने आगे कहा कि उनकी आजादी मार्च के बाद अगर पीटीआई सरकार ने इस्तीफा देने से इंकार कर दिया तो देश में अराजकता का माहौल पैदा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि हमें आखिर में उनसे इस्तीफा लेना है और हम इसके लिए जंग करके रहेंगे।
पहले मौलाना ने कहा था कि वह इस्लामाबाद में धरना नहीं देंगे, लेकिन अब उन्होंने इसका संकेत दिया है। उन्होंने कहा है कि उनकी पार्टी इस्लामाबाद में बैठकर सरकार को दो-तीन दिन का समय देना चाहती है। इस बीच पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के चेयरमैन बिलावल भुट्टो जरदारी ने गुरुवार सुबह जूलूस वालों से मुलाकात कर उन्हें संबोधित किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान को यह संदेश देने के लिए सभी विपक्षी दल एक मंच पर आ गए हैं कि उनकी सरकार के गिरने का समय आ गया है। (IANS)
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