मनामा। शनिवार को देश के पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का निधन हो गया। जिस समय अरुण जेटली ने अंतिम सांस ली, उस समय पीएम नरेंद्र मोदी विदेश दौरे पर थे। पीएम नरेंद्र मोदी ने बहरीन में अरुण जेटली को श्रद्धांजलि दी। लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मैं यहां इतना दूर हूं जबकि मेरा दोस्त चला गया है। कुछ दिन पहले, हमने अपनी पूर्व विदेश मंत्री बेहेन सुषमा जी को खो दिया। आज मेरा दोस्त अरुण चला गया।
यहां नेशनल स्टेडियम में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए मोदी जेटली के साथ अपनी दशकों पुरानी दोस्ती को याद करके भावुक हो गये। मोदी ने कहा, ‘‘ऐसे समय में जब लोग जन्माष्टमी का पर्व मना रहे हैं, मैं अपने मित्र अरुण के निधन का शोक मना रहा हूं।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि वह एक तरफ अपने कर्तव्य पथ से बंधे है जबकि दूसरी ओर उनका मन शोक से भरा हुआ है।
कानून, संविधान जैसे विषयों पर भाजपा के लिए महारथी थे जेटली: राममाधव
भाजपा महासचिव राम माधव ने शनिवार को कहा कि वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली कानून, संविधान और अन्य ऐसे विषयों पर पार्टी के लिए महारथी की भूमिका निभाते थे। जेटली का शनिवार को निधन हो गया। जेटली को श्रद्धांजलि देते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने उन्हें कुशल संकट मोचक की संज्ञा दी।
उन्होंने एक बयान में कहा, ‘‘अरुण जी का निधन अपूरणीय क्षति है। ऐसा शून्य बना है जिसे भरा नहीं जा सकता। एक अच्छे मित्र चले गये।’’ जेटली को याद करते हुए राम माधव ने कहा कि जेटली में एक तरफ वित्त मंत्रालय तो दूसरी तरफ रक्षा मंत्रालय को बड़ी सरलता से संभालने की क्षमता थी।
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