LIVE: म्यांमार की चुनौतियों को भारत समझता है: मोदी
ब्रिक्स सम्मेलन समाप्त होने के बाद बीते मंगलवार को पीएम मोदी म्यांमार पहुंचे। जहां उन्होंने म्यांमार के राष्ट्रपति यू हतिन क्याव से मुलाकात की। यू हतिन क्याव के साथ उनकी यह मुलाकात काफी सुखद रही।
ब्रिक्स सम्मेलन समाप्त होने के बाद बीते मंगलवार को पीएम मोदी म्यांमार पहुंचे। जहां उन्होंने म्यांमार के राष्ट्रपति यू हतिन क्याव से मुलाकात की। यू हतिन क्याव के साथ उनकी यह मुलाकात काफी सुखद रही। दोनों नेताओं के बीच रिश्तों को मजबूत करने को लेकर चर्चा हुई। आज पीएम मोदी आंग सान सू की से द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत करेंगे। इसके साथ ही पीएम मोदी भारत में अवैध ढंग से रह रहे 40,000 रोहिंग्या मुसलमानों पर भी चर्चा। मोदी ने अपनी पहली द्विपक्षीय यात्रा पर यहां पहुंचने के थोड़ी देर बाद म्यामां के राष्ट्रपति हतिन क्याव से मुलाकात की। प्रधानमंत्री ने मुलाकात की कुछ तस्वीरें ट्वीट कर कहा, राष्ट्रपति यू हतिन क्याव के साथ मुलाकात शानदार रही। (ट्रंप प्रशासन का बड़ा फैसला, 7000 भारतीय प्रभावित होंगे)
LIVE UPDATES:
- भारत और म्यांमार के बीच कई अहम समझौते हुए।
- भारत-म्यांमार के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर बातचीत हुई।
- म्यांमार की चुनौतियों को भारत समझता है: मोदी
- म्यांमार में मेरा अभूतपूर्व स्वागत हुआ: मोदी
- म्यांमार की चिंता से भारत वाकिफ: मोदी
- रोहिंग्या मुसलमानों का मुद्दा पीएम मोदी ने उठाया
- रोहिंग्या समाज के पलायन पर हम भी चिंतित: मोदी
- पीएम मोदी ने कहा, शांति प्रक्रिया में सहयोग देगा भारत।
- रखाइन इलाके में हिंसा चिंता की बात: मोदी
- जेल में बंद म्यांमार के 40 कैदियों को रिहा करेगा भारत: मोदी
- उम्मीद हैं जल्द ही शांति के लिए रास्ता निकालेंगे: मोदी
उन्होंने म्यांमार के राष्ट्रपति को सालवीन नदी जो तिब्बत के पठार से निकल कर अंडमान सागर तक बहती है की धारा का 1841 के नक्शे का एक नया रूप और बोधि वृक्ष की एक प्रतिकृति भी सौंपी। मोदी दो देशों की अपनी यात्रा के अंतिम पड़ाव पर म्यामांर पहुंचे हैं। वह चीन में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शरीक होने के बाद यहां आए हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने क्याव द्वारा मोदी का स्वागत की जाने की कुछ तस्वीरें ट्वीट की हैं। उन्होंने एक ट्वीट कर कहा, एक्ट ईस्ट और पड़ोसी देश की नीति। पीएम नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रपति यू हतिन क्याव से मुलाकात की, ऐतिहासिक संबंध मजबूत करने के कदमों पर चर्चा की। दोनों नेताओं को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया।
म्यांमार के राखाइन प्रांत में रोहिंग्या मुसलमानों के साथ जातीय हिंसा की घटनाओं में तेजी आने के बीच प्रधानमंत्री की यह यात्रा हो रही है। मोदी म्यांमार की स्टेट काउंसलर आंग सान सू की से आज विभिन्न मुद्दों पर बातचीत करेंगे। रोहिंग्या लोगों के पड़ोसी देशों में पलायन करने का विषय चर्चा में मोदी द्वारा उठाए जाने की उम्मीद है। भारत सरकार अपने देश में रोहिंग्या प्रवासियों को लेकर भी चिंतित है। यह उन्हें स्वदेश वापस भेजने पर विचार कर रही है। समझा जाता है कि करीब 40,000 रोहिंग्या भारत में अवैध रूप से रह रहे हैं। यह मोदी की म्यांमार की पहली द्विपक्षीय यात्रा है। उन्होंने 2014 में आसियान भारत सम्मेलन में शरीक होने के लिए भी म्यांमार की यात्रा की थी।
मोदी ने यात्रा से पहले कहा था कि भारत और म्यांमार सुरक्षा और आतंकवाद निरोध, व्यापार एवं निवेश, बुनियादी ढांचा एवं ऊर्जा और संस्कृति के क्षेत्रों में सहयोग मजबूत करने पर गौर कर रहे हैं। म्यांमार के राष्ट्रपति और सू की ने पिछले साल भारत की यात्रा की थी। म्यांमार भारत के प्रमुख रणनीतिक पड़ोसी देशों में शामिल है और यह उग्रवाद प्रभावित नगालैंड और मणिपुर सहित कई पूर्वोत्तर राज्यों के साथ 1,640 किमी लंबी सीमा साझा करता है।