नई दिल्ली: सियोल में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दक्षिण कोरिया के सबसे बड़े शांति पुरस्कार से नवाजा गया है। दुनिया भर के एक हजार से ज्यादा उम्मीदवारों को पछाड़ते हुए पीएम मोदी को ये पुरस्कार मिला है। 1990 से शुरू हुआ ये सम्मान अब तक 13 लोगों को दिया जा चुका है। पीएम मोदी ये पुरस्कार पाने वाले 14वें शख्स हैं। सियोल में आयोजित एक भव्य समारोह में मोदी को यह पुरस्कार सियोल पीस प्राइज फाउंडेशन ने प्रदान किया।
इस अवसर पर मोदी के जीवन तथा उनकी उपलब्धियों पर एक लघु फिल्म भी दिखाई गई। मोदी को यह पुरस्कार देते वक्त पुरस्कार समिति ने अपने संभाषण में भारतीय तथा वैश्विक अर्थ व्यवस्थाओं में वृद्धि में उनके योगदान को स्वीकार किया। अमीर और गरीब के बीच की सामाजिक तथा आर्थिक खाई को कम करने के लिए ‘मोदीनॉमिक्स’ को श्रेय दिया।
साथ ही समिति ने अन्य देशों के साथ सक्रिय नीति के जरिए क्षेत्रीय तथा वैश्विक शंति के क्षेत्र में उनके योगदान को भी श्रेय दिया। यह सम्मान पाने वाले मोदी 14वें व्यक्ति हैं। इससे पहले संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव कोफी अन्नान, जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल जैसी जानी मानी हस्तियां तथा संगठन यह पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं।
पीएम मोदी को ये सम्मान मिलना इतना आसान नहीं था। इस सम्मान को पाने के लिए दुनिया भर के 1000 से भी ज्यादा लोगों ने दावा किया था। 1000 उम्मीदवारों में से पीएम मोदी अवार्ड के लिए चुने गए हैं। सियोल के 12 सदस्यों की टीम ने पीएम मोदी को चुना। पुरस्कार के साथ 2 लाख डॉलर का कैश भी मिला।
इस पुरस्कार की स्थापना सियोल में आयोजित 24वें ओलंपिक खेलों की सफलता के जश्न में 1990 में की गई थी। 1990 से ये पुरस्कार हर 2 साल बाद दिया जाता है। सियोल शांति पुरस्कार पाने वाले कई लोगों ऐसे थे जिन्हें बाद में नोबेल पुरस्कार भी मिला।
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