काबुल. तालिबान की तरफ से दावा किया जा रहा है कि पंजशीर पर पूरी तरह से कब्जा हो गया है, NRF ने इस दावे को फर्जी बताया है, लेकिन उन्होंने करीब-करीब अपनी हार स्वीकार ली है। दरअसल न्यूज एजेंसी AFP ने जानकारी दी है कि Resistance Forces ने बयान जारी कर तालिबान से लड़ाई रोकने और पीछे हटने के लिए कहा है। कहा जा रहा है कि पंजशीर में हुए संघर्ष में Resistance Forces को भारी नुकसान हुआ है।
क्या बोला तालिबानी प्रवक्ता
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने थोड़ी देर पहले बयान जारी कर कहा कि अंतिम गढ़ पंजशीर प्रांत को पूरी तरह से फतह कर लिया गया है। जबीहुल्लाह ने बताया कि यहां हुई लड़ाई में NRF के बड़ी संख्या में लड़ाके मारे गए जबकि बहुत सारे मैदान छोड़कर भाग खड़े हुए। तालिबानी प्रवक्ता की तरफ से आगे कहा गया कि हम पंजशीर के लोगों के साथ भेदभाव नहीं करेंगे, वे सभी हमारे भाई हैं और हम एक देश और एक समान लक्ष्य की सेवा करेंगे।
NRF के कई बड़े चेहरे मारे गए
पंजशीर में तालिबान के साथ जंग में मसूद के सहयोगी और रेसिस्टेंस फ्रंट के प्रवक्ता फहीम दश्ती की पंजशीर की लड़ाई में मौत हो गई है। इसके अलावा जनरल अब्दुल वदूद जारा भी मारा गया है। फहीम दश्ती की मौत की खबर देर रात खुद नेशनल रेजिस्टेंस फ्रंट ऑफ अफगानिस्तान ने सोशल मीडिया में दी है।
अमरुल्लाह सालेह ने पंजशीर छोड़ा?
सूत्रों के हवाले से मिली खबर के मुताबिक पंजशीर का किला तालिबान ने करीब-करीब फतह कर लिया है क्योंकि इस जंग का सबसे बड़े चेहरा और अफगानिस्तान के उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह के पंजशीर छोड़ ताजिकिस्तान में शरण लेने की बातें कही जा रही है। इस जंग के दूसरे बड़े चेहरे अहमद मसूद के भी पंजशीर में किसी सुरक्षित ठिकाने में जाकर छिप जाने की खबर आई है।
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