लाहौर | कश्मीर मामले में दुनिया के तमाम देशों के साथ-साथ कई मुस्लिम देशों का समर्थन नहीं मिलने से पाकिस्तान की परेशानी और बढ़ गई है। ऐसे समय में जब बहरीन और संयुक्त अरब अमीरात जैसे देश भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने सर्वोच्च सम्मान से नवाज रहे हैं, पाकिस्तान की यह बेचैनी खुलकर सामने आ गई है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की सूचना एवं प्रसारण मामलों की सलाहकार डॉ. फिरदौस आशिक अवान ने कहा कि इमरान दुनिया का ध्यान कश्मीर में हो रहे 'जुल्म' की तरफ दिला रहे हैं लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अपने आर्थिक हितों के कारण कुछ मुस्लिम देश कश्मीरियों के 'संहार' को लेकर सहानुभूतिपूर्ण रवैया नहीं अपना रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यह दुखद है कि दुनिया कश्मीरियों के 'संहार' को लेकर उपेक्षापूर्ण रवैया अपनाए हुए है। उन्होंने कहा कि 'मानवाधिकारों के चैंपियनों को कश्मीरियों को बचाने के लिए आगे आना चाहिए।' अवान ने कहा कि मोदी ने कश्मीर पर संयुक्त राष्ट्र के ग्यारह प्रस्तावों का उल्लंघन किया लेकिन 'दुनिया ने' इसकी तरफ ध्यान तक नहीं दिया।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान एक बार फिर कश्मीरियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए एक विशेष एकजुटता दिवस मनाएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री खान आने वाले हफ्ते में राष्ट्र को संबोधित करेंगे। अवान ने कहा कि 'हमारी शांति की इच्छा को भारत हमारी कमजोरी न समझे। भारत जंग शुरू कर सकता है लेकिन इसका समापन पाकिस्तान करेगा। भारत ने अगर जंग थोपी तो हम इसका खात्मा दिल्ली में करेंगे।'
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