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Hindi News विदेश एशिया इमरान खान के ‘ईशनिंदा’ बयान पर भड़का यूएन वॉच, कहा- UNHRC में पाकिस्तान का होना असहनीय

इमरान खान के ‘ईशनिंदा’ बयान पर भड़का यूएन वॉच, कहा- UNHRC में पाकिस्तान का होना असहनीय

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को अपने एक बयान के चलते अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है।

Imran Khan blasphemy, Imran Khan UNHRC, blasphemy, UN Watch Imran Khan- India TV Hindi Image Source : AP FILE पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को अपने एक बयान के चलते अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है।

नई दिल्ली/इस्लामाबाद: Imran Khan 'blasphemy' statement: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को अपने एक बयान के चलते अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है। एक अभूतपूर्व कदम में संयुक्त राष्ट्र वॉचडॉग ने असहिष्णु विचारों के लिए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान पर और संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) में पाकिस्तान के होने पर निशाना साधा है। बता दें कि पाकिस्तान को हाल ही में UNHRC में फिर से चुना गया था, हलांकि देश का मानवाधिकार रिकॉर्ड दुनिया में सबसे खराब है। यहां से आए दिन अल्पसंख्यकों पर अत्याचार की खबरें आती रहती हैं।

हत्या को इमरान ने ठहराया था सही!
2 हफ्ते पहले, एक फ्रांसीसी शिक्षक का अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के विचार पर क्लास में शार्ली एब्दो में छपे कार्टून को दिखाने पर पेरिस में एक कट्टर इस्लामिक शख्स द्वारा सिर कलम कर दिया गया था। जबकि राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने स्पष्ट कर दिया है कि फ्रांस में इस्लामिक कट्टरपंथ और आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने यह तर्क देते हुए इस घटना को उचित ठहराया कि शिक्षक ने इस्लामिक पैगंबर का कार्टून दिखा कर 'ईशनिंदा' की थी।


‘बर्दाश्त नहीं की जा सकती ईशनिंदा’
पाकिस्तान सरकार के आधिकारिक ट्विटर हैंडल ने खान को उद्धृत करते हुए कहा था, ‘अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की आड़ में ईशनिंदा बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।’ जेनेवा स्थित अधिकार समूह, जो वैश्विक निकाय का एकमात्र संयुक्त राष्ट्र-मान्यता प्राप्त वॉचडॉग है, ने ट्विटर पर प्रधानमंत्री खान को फटकार लगाते हुए कहा, ‘संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में आपकी उपस्थिति असहनीय है।’ पाकिस्तान सरकार ने अपनी प्रतिक्रिया में UN वॉच पर मुसलमानों के खिलाफ स्पष्ट पूर्वाग्रह के साथ इजरायल समर्थक गैर-सरकारी संगठन (NGO) होने का आरोप लगाया। 

‘NGO का यूएन से लेना-देना नहीं’
ट्विटर पर प्रधानमंत्री खान के डिजिटल मीडिया सलाहकार अर्सलान खालिद ने आरोप लगाया कि एनजीओ का संयुक्त राष्ट्र से कोई लेना-देना नहीं है। NGO ने खान सरकार पर काउंटर अटैक करते हुए कहा कि पाकिस्तान ने मुसलमानों के रक्षक होने का ढोंग किया और फिर भी 10 लाख से ज्यादा उइगर मुसलमानों के मानवाधिकारों के हनन पर उदासीन रुख अपनाया। यूएन वॉच ने कहा कि पाकिस्तान सरकार चीनी सरकार का समर्थन और प्रशंसा करती है जो शिनजियांग प्रांत में उइगर मुसलमानों के खिलाफ नरसंहार कर रही है।

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