इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने शनिवार को भारतीय उच्चायोग के एक वरिष्ठ राजनयिक को तलब कर नियंत्रण रेखा पर भारतीय बलों द्वारा संघर्षविराम का कथित रूप से उल्लंघन किए जाने को लेकर ‘‘कड़ा विरोध’’ दर्ज कराया। विदेश विभाग की ओर से जारी बयान के अनुसार, शुक्रवार को राखचिकरी और बरोह सेक्टरों में ‘‘बिना किसी उकसावे के की गई गोलीबारी’’ में दो महिलाएं घायल हो गयीं।
भारतीय सेना के प्रवक्ता ने शुक्रवार को बताया था कि जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में कई अग्रिम चौकियों और असैन्य क्षेत्रों में पाकिस्तानी सेना द्वारा की गई गोलाबारी में एक दंपत्ति और उनका बेटा मारे गए हैं। भारतीय सेना ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया है।
बता दें कि पिछले कुछ महीने से नियंत्रण रेखा पर बिना किसी उकसावे के पाकिस्तान की ओर से संघर्षविराम उल्लंघन की घटनाएं बढ़ गई हैं। इस माह के प्रारंभ में भारत ने नियंत्रण रेखा एवं अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी सुरक्षाबलों द्वारा संघर्षविराम का उल्लंघन किए जाने को लेकर पाकिस्तान के सामने कड़ा विरोध दर्ज कराया था। अधिकारियों के अनुसार ये संघर्षविराम उल्लंघन मुख्यत: आतंकवादियों को जम्मू कश्मीर में भेजने के लिए किए जाते हैं।
संघर्ष विराम उल्लंघन की 2,432 से ज्यादा घटनाएं
आधिकारिक आंकड़े के अनुसार जून तक बिना उकसावे के पाकिस्तान द्वारा की गई संघर्ष विराम उल्लंघन की 2,432 से अधिक घटनाओं में 13 भारतीय नागिरक मारे गए, जबकि 88 घायल हो गए। भारत कहता रहा है कि बिना उकसावे के होने वाले संघर्ष विराम उल्लंघन 2003 में दोनों देशों के बीच हुए संघर्ष विराम समझौते के विपरीत है। अधिकारियों ने कहा कि सैन्य अभियान महानिदेशकों के चैनल समेत विभिन्न माध्यमों से चिंता सामने रखने के बाद भी पाकिस्तान ने ऐसी गतिविधियां नहीं रोकी हैं।
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