इस्लामाबाद: पूर्व सैन्य शासक और तानाशाह परवेज मुशर्रफ के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चलाने के लिए पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित 3 जजों वाली स्पेशल कोर्ट जुलाई की शुरुआत में इस मामले की सुनवाई फिर से शुरू करेगी। पाकिस्तान की मीडिया में आई एक खबर में शनिवार को यह जानकारी दी गई। चिकित्सीय आधार पर देश छोड़कर मार्च 2016 से दुबई में रह रहे 74 वर्षीय मुशर्रफ पर 3 नवंबर, 2007 को संविधान को पलटने का मुकदमा चल रहा है। देशद्रोह के मामले में दोषी पाए जाने पर सजा-ए-मौत या उम्रकैद की सजा हो सकती है।
पाकिस्तानी अखबार ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की रिपोर्ट के मुताबिक, स्पेशल कोर्ट की अध्यक्षता कर रहे लाहौर हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस यावर अली देशद्रोह मामले की सुनवाई करने के लिए 2 जुलाई से 4 जुलाई तक इस्लामाबाद/रावलपिंडी में रहेंगे। खबर में सूत्रों के हवाले से बताया गया कि इस मामले में सुनवाई पहले ही शुरू होनी थी लेकिन विशेष अदालत के एक सदस्य के देश से बाहर होने के कारण ऐसा नहीं हो सका।
सुप्रीम कोर्ट ने नवंबर 2013 में तत्कालीन पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) सरकार के आग्रह पर एक विशेष अदालत का गठन किया था लेकिन इसके पूर्व अध्यक्ष और पेशावर हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस यहिया अफरीदी के 29 मार्च को मामले की सुनवाई से खुद को अलग कर लेने के बाद इसका पुनर्गठन करना पड़ा था। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने 2 साल से UAE में रह रहे मुशर्रफ को उनकी अयोग्यता को लेकर तलब किया था लेकिन उनके नहीं लौटने पर शीर्ष अदालत ने 25 जुलाई को होने वाले आम चुनावों में उनके भाग लेने पर रोक लगा दी।
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