इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने गुरुवार को कहा कि भारत के साथ राजनयिक संबंध कमतर करने के बावजूद वह करतारपुर कॉरिडोर पूरा करने को लेकर प्रतिबद्ध है। यह कॉरिडोर पाकिस्तान के करतारपुर स्थित दरबार साहिब को गुरदासपुर जिले के डेरा बाबा नानक गुरुद्वारे से जोड़ेगा।
सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव ने 1522 में करतारपुर साहिब गुरुद्वारा की स्थापना की थी। इस कॉरिडोर के बनने पर भारतीय सिख श्रद्धालु बिना वीजा के करतारपुर साहिब का दर्शन कर सकेंगे। उन्हें इसके लिए सिर्फ परमिट हासिल करने की जरूरत होगी।
विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा, ‘‘करतारपुर पहल जारी रहेगी।’’ विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि करतारपुर कॉरिडोर का काम जारी रहेगा और हाल की घटनाओं का इसपर असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सभी धर्मों का सम्मान करता है और सिख श्रद्धालुओं की मदद के लिए करतारपुर परियोजना जारी रहेगी।
नवंबर 2018 में भारत और पाकिस्तान के बीच करतारपुर स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब को गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक गुरुद्वारे को जोड़ने के लिए कॉरिडोर बनाने पर सहमति बनी थी। रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में करतारपुर कॉरिडोर का 90 फीसदी काम पूरा हो चुका है। पाकिस्तान ने जीरो लाइन से गुरुद्वारा साहिब तक मुख्य सड़क, पुल और इमारतों के निर्माण का काम पूरा कर लिया है।
फैसल ने मीडिया में आई उन खबरों को भी खारिज कर दिया, जिनमें जमात-उद-दावा (जेयूडी) प्रमुख हाफिज सईद को रिहा करने का दावा किया गया था। उन्होंने कहा कि इस बारे में मीडिया रिपोर्ट फर्जी हैं।
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