पाकिस्तान की शांति की इच्छा को उसकी कमजोरी न समझा जाए: शाहिद खाकान अब्बासी
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने शनिवार को देश के समुद्री क्षेत्र की रक्षा को ‘अभेद्य’ बनाने का वादा किया और कहा कि...
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने शनिवार को देश के समुद्री क्षेत्र की रक्षा को ‘अभेद्य’ बनाने का वादा किया और कहा कि पाकिस्तान शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व में विश्वास रखता है लेकिन उसकी शांति की इस इच्छा को उसकी कमजोरी नहीं समझा जाना चाहिए। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री कराची में पाकिस्तान नेवल अकादमी में 108वें मिडशिपमेन और 17वें शार्ट सर्विस कमीशन के पासिंग आउट परेड समारोह में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि देश की समुद्री रक्षा को अभेद्य बानाने के वास्ते पाकिस्तानी नौसेना को सभी प्रकार के संसाधन मुहैया कराने और ब्लू इकोनॉमी को बढ़ावा देने के लिए सरकार संकल्पबद्ध है। उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तानी नौसेना अपनी स्वदेशी क्षमताओं को तेजी से विकसित कर रही है। पाकिस्तान शांतपूर्ण सह-अस्तित्व में विश्वास करता है, लेकिन उसकी शांति की इस इच्छा को उसकी कमजोरी नहीं समझा जाना चाहिए।’
इससे पहले अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने कहा था कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान को अपनी सरजमीं पर तालिबान एवं अन्य आतंकवादी संगठनों को पनाहगाह मुहैया कराने को लेकर चेताया है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उसने अपनी सरजमीं पर आतंकवादियों को पनाह देना बंद नहीं किया तो उसे इसका काफी खामियाजा भुगतना होगा। अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस की यह टिप्पणी उनकी अघोषित अफगानिस्तान यात्रा के दौरान सामने आई है।
वहीं, अमेरिकी उपराष्ट्रपति माइक पेंस के बयान पर पलटवार करते हुए इस्लामाबाद ने कहा कि सहयोगियों को नोटिस पर नहीं रखा जाता। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा, 'सहयोगी एक दूसरे को नोटिस पर नहीं रखते।' पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिकी प्रशासन के साथ पाकिस्तान की जो पहले ‘विस्तृत बातचीत’ हुई थी, उसमें और पेंस के अब के बयान में काफी ‘भिन्नता’ है।