इस्लामाबाद: पाकिस्तानी सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा के अगले महीने होने वाले मॉस्को दौरे से पहले पाकिस्तान और रूस संयुक्त सैन्य अभ्यास कर रहे हैं जिसमें आतंकवाद के खिलाफ अभियान के लिये दोनों देशों में सैन्य सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। पाकिस्तान और रूस की सेनाओं का यह संयुक्त युद्धाभ्यास 2 सप्ताह तक चलेगा। पाकिस्तानी सेना की मीडिया शाखा, इंटर सर्विसिस पब्लिक रिलेशंस ने सोमवार को एक बयान में कहा कि रूस के मिनरलनी वोडी में चल रहे 'द्रुज्बा-2017' कूट नाम वाले इस सैन्य अभ्यास के उद्घाटन कार्यक्रम में दोनों देशों के विशेष बलों के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
संयुक्त अभ्यास आतंकवाद निरोधी अभियानों, बंधकों के बचाव अभियान, घेरेबंदी और तलाशी अभियान पर ध्यान केंद्रित करेगा। रूस और पाकिस्तान के बीच हाल के समय में कई उच्चस्तरीय दौरे हुए हैं और बाजवा का दौरा भी इसी क्रम में प्रमुख है। वह अक्टूबर के पहले सप्ताह में रूस का दौरा करेंगे। विदेश विभाग ने एक बयान में कहा कि बाजवा के दौरे से दोनों देशों के बीच राजनीतिक सद्भाव वाले संबंध के तहत रक्षा के क्षेत्र में साझोदारी बढाने की भूमिका तैयार होगी।
इसमें कहा गया कि संयुक्त अभ्यास से दोनों देशों के बीच सैन्य सहयोग और बढ़ेगा तथा इसमें मजबूती आएगी। इससे आतंकवाद के खिलाफ पाकिस्तानी सेना की जंग का अनुभव भी साझा हो सकेगा। शीत युद्ध के समय दोनों देशों के रिश्तों में आई दूरी हाल के दिनों में घटती नजर आई खासतौर पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पाकिस्तान को आतंकियों को पनाहगाह मुहैया कराने के विरोध में दी गयी चेतावनी के बाद से पाकिस्तान का झुकाव रूस और चीन की तरफ काफी ज्यादा बढ़ा है।
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