अफगानिस्तान पर तालिबानी कब्जे को लेकर पाकिस्तान ने क्या कहा? इन सीमा नाकों को किया बंद
पाकिस्तानी विदेश कार्यालय के प्रवक्ता जाहिद हफीज चौधरी ने अफगानिस्तान की वर्तमान स्थिति के बाबत एक बयान जारी किया। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान, अफगानिस्तान में उभरते हालात पर नजर बनाए हुए है। पाकिस्तान राजनीतिक समझौते के प्रयासों का समर्थन करना जारी रखेगा। हमें उम्मीद है कि अफगान पक्ष इस आंतरिक राजनीतिक संकट से उबरने के लिए साथ मिलकर काम करेंगे।”
इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने रविवार को कहा कि वह पड़ोसी देश अफगानिस्तान में उभरते हुए हालात पर नजर बनाए हुए है और राजनीतिक समझौते के लिए प्रयास कर रहा है। इस बीच, तालिबान ने काबुल में प्रवेश कर लिया है और उसपर पूरी तरह कब्जा करने का प्रयास जारी है। अफगानिस्तान के अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रपति अशरफ गनी ने देश छोड़ दिया है क्योंकि तालिबान ने काबुल में आगे बढ़ने की बात कही है।
पाकिस्तानी विदेश कार्यालय के प्रवक्ता जाहिद हफीज चौधरी ने अफगानिस्तान की वर्तमान स्थिति के बाबत एक बयान जारी किया। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान, अफगानिस्तान में उभरते हालात पर नजर बनाए हुए है। पाकिस्तान राजनीतिक समझौते के प्रयासों का समर्थन करना जारी रखेगा। हमें उम्मीद है कि अफगान पक्ष इस आंतरिक राजनीतिक संकट से उबरने के लिए साथ मिलकर काम करेंगे।”
चौधरी ने कहा कि काबुल में पाकिस्तानी दूतावास पाकिस्तानियों, अफगान नागरिकों और राजनयिक सहायता के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय को आवश्यक सहायता मुहैया करा रहा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय एयरलाइन की उड़ानों की भी मदद की जा रही है।
उन्होंने कहा कि राजनयिक कर्मियों, संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियों, अंतरराष्ट्रीय संगठनों, मीडिया तथा अन्य को वीजा दिलवाने के लिए गृह मंत्रालय में एक विशेष अंतर-मंत्रालयी प्रकोष्ठ का गठन किया गया है। तालिबान ने रविवार को काबुल के बाहर अंतिम बड़े शहर पर कब्जा कर लिया, जिसके कारण अफगानिस्तान की राजधानी से पूर्वी क्षेत्र का संपर्क कट गया है।
तालिबान ने कहा, किसी की भी जान, संपत्ति, सम्मान को नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा और काबुल के नागरिकों की जिंदगी पर खतरा नहीं होगा। काबुल के अलावा जलालाबाद ही ऐसा इकलौता प्रमुख शहर था जो तालिबान के कब्जे से बचा हुआ था, यह पाकिस्तान से लगती एक प्रमुख सीमा के निकट स्थित है।
पाकिस्तान ने तालिबान के कब्जे वाले सीमा नाके को किया बंद
अफगानिस्तान के साथ लगती तोरखम सीमा पर तालिबान का कब्जा हो जाने के बाद पाकिस्तान ने इस सीमा नाके को बंद कर दिया है। पाकिस्तान ने गृह मंत्री शेख राशिद अहमद ने रविवार को बताया कि तोरखम सीमा को बंद करने का निर्णय सीमा पार एक असाधारण स्थिति के कारण लिया गया।
अहमद ने स्थानीय ‘जियो टेलीविजन’ को बताया कि अफगान पुलिस ने तालिबान के सामने आत्मसमर्पण कर दिया, जिसके बाद सीमा को बंद कर दिया गया। अहमद ने बताया कि अफगानिस्तान के साथ लगती चमन सीमा खुली है।
पाकिस्तान पहले ही कह चुका है कि वह युद्धग्रस्त देश में संकट के मद्देनजर नए अफगान शरणार्थियों का बोझ नहीं सह सकता। पाकिस्तान सीमा पर बाड़ लगाने का काम पूरा करने वाला है। उसने कहा है कि सीमा पार आतंकवादियों का आवागमन रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है।
काबुल से 327 यात्रियों को लेकर पाकिस्तान पहुंचा विशेष विमान
पाकिस्तान की राष्ट्रीय एयरलाइन पीआईए की एक विशेष उड़ान के जरिए रविवार को 327 यात्री अफगानिस्तान की राजधानी काबुल से यहां पहुंचे। इसके अलावा, अन्य उड़ान से 170 लोग भी आज इस्लामाबाद पहुंचने वाले हैं। एयरलाइन के एक प्रवक्ता ने शनिवार को कहा था कि पाकिस्तानी नागरिकों एवं काबुल से वापस आने के इच्छुक अन्य देशों के लोगों को लाने के लिए एयरलाइन कल तीन उड़ानों का परिचालन करेगी। उन्होंने कहा कि काबुल में एक अमेरिकी सैन्य परिवहन विमान के हवाईपट्टी पर फंस जाने के कारण पीआईए एवं अन्य वाणिज्यिक विमानों के उड़ान भरने में काफी विलंब हुआ।
हमारी से सेना पर कार्रवाई को तो देंगे हिंसक जवाब- अमेरिका
अमेरिका ने तालिबान को चेतावनी दी है। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी जे ब्लिंकन ने तालिबान को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर तालिबान उसकी सेना के खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई करता है तो उसका हिंसक जवाब दिया जाएगा। वहीं, अफगानिस्तान के काबुल से 129 यात्रियों को लेकर भारत के एयर इंडिया की उड़ान AI244 दिल्ली में लैंड हो गई है।