पाकिस्तान: Lockdown उल्लंघन को पुलिस ने बनाया कमाई का जरिया
पाकिस्तान में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन की आड़ में पुलिस आम लोगों से धन वसूली का कोई मौका नहीं छोड़ रही है।
कराची: पाकिस्तान में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन की आड़ में पुलिस आम लोगों से धन वसूली का कोई मौका नहीं छोड़ रही है। स्थिति की गंभीरता का अंदाज इसी बात से लगाया जा सकता है कि देश के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने एक थानेदार से कहा कि 'पैसे लेकर लोगों को छोड़ रहे हो और मामले दर्ज कर रहे हो। कहो तो साबित कर दूं।' पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि विदेश मंत्री कुरैशी पार्टी कार्यकर्ताओं की शिकायत पर कराची के मुमताजबाद के थाने के एसएचओ पर बरस पड़े। कार्यकर्ताओं ने कहा था कि एसएचओ ने एक व्यक्ति की मोटरसाइकिल जब्त की। अब न तो बाइक को छोड़ रहा है और न ही मामला दर्ज कर रहा है।
इस पर कुरैशी ने थानेदार पर बरसते हुए कहा, "जनता से अभद्रता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अगर अभद्रता की तो भले आईजी आ जाएं बचाने, थाने में आकर पकड़ लूंगा। पैसे लेकर मुकदमे दर्ज कर रहे हो, लोगों को छोड़ रहे हो। कहो तो साबित कर दूं।"
मीडिया रिपोर्ट में सिंध के ही जिले मीरपुर खास के लोगों के आरोप भी प्रकाशित हुए हैं। इसमें कहा गया है कि मीरपुर खास के नागरिकों व व्यापारियों की बड़ी संख्या ने आरोप लगाया है कि पुलिसवाले लॉकडाउन की आड़ में अवैध वसूली कर रहे हैं।
नागरिकों व व्यापारियों ने कहा कि अगर दुकान का शटर गिराकर सफाई की जाए, निजी तौर पर सामान लाकर दुकान में रखा जाए, जिन दुकानों से सामान खरीदने की अनुमति है, वहां से भी सामान खरीदकर घर लौटा जाए या कहीं से पैसे निकाले जाएं, पुलिस उन्हें रोककर धारा 144 के उल्लंघन में फंसा देती है और गिरफ्तार कर लेती है। थाने पहुंचने पर मुंशी उनसे मोबाइल, जेब में रखे पैसे, कागजात ले लेता है। इसके बाद इन्हें कुछ देर लाकअप में रखा जाता है और फिर दो से तीन हजार रुपये वसूल कर छोड़ा जाता है।
इन लोगों ने कहा कि थाने पहुंचने पर उनसे छीना गया फोन और पैसा बाद में वापस नहीं किया जाता। अगर कोई मांग ले तो फिर उसे मुकदमे में फंसा दिया जाता है।