इस्लामाबाद: पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के मुखिया इमरान खान ने शनिवार को अपने मुल्क के प्रधानमंत्री पद की शपथ ले ली। वह पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री बन गए हैं। वहीं, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के प्रमुख शहबाज शरीफ नेशनल असेंबली में विपक्ष का नेता बनने को तैयार हैं क्योंकि 111 सांसदों ने उनके नामांकन का समर्थन किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सोमवार को विपक्ष के नेता को अधिसूचित किया जाएगा। नेशनल असेंबली के अध्यक्ष असद कैसर ने सदन में शुक्रवार कहा कि उन्हें विपक्ष के नेता के तौर पर 66 वर्षीय शरीफ का नामांकन मिल गया है जिसपर विपक्ष के 111 सदस्यों के हस्ताक्षर हैं।
सदन में PML-N के सदस्यों की संख्या 82 है जबकि मुत्ताहिदा मजलिस-ए-अमल के (15) और अवामी नेशनल पार्टी का एक सदस्य है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन तीनों विपक्षी दलों के सांसदों की संख्या 98 होती है और शरीफ को 111 सांसदों का समर्थन मिलना इस बात का संकेत देता है कि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के कुछ सदस्यों ने भी विपक्ष के नेता के तौर पर उनकी उम्मीदवारी का समर्थन किया है। PPP ने प्रधानमंत्री पद के लिये शरीफ की उम्मीदवारी के पक्ष में शुक्रवार को नेशनल असेंबली में मतदान में हिस्सा नहीं लिया था। PPP के कुल 43 सांसद हैं।
पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री पद के लिये नेशनल असेंबली में हुए एकतरफा चुनाव में तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के प्रमुख इमरान खान ने शुक्रवार को शरीफ को हराया था। खान को कुल 176 वोट मिले थे जबकि उनके एकमात्र प्रतिद्वंद्वी शरीफ को 96 वोट मिले। पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के छोटे भाई शरीफ 2013 से 2018 तक राजनैतिक रूप से महत्वपूर्ण पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री रहे। नवाज शरीफ के किसी भी सार्वजनिक पद और पार्टी का शीर्ष धारण करने पर रोक लगाए जाने के बाद शरीफ को PML-N का अध्यक्ष बनाया गया।
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