A
Hindi News विदेश एशिया बाज नहीं आए इमरान खान, करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन समारोह में भी रोया कश्मीर का रोना

बाज नहीं आए इमरान खान, करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन समारोह में भी रोया कश्मीर का रोना

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और उनके विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी शनिवार को करतारपुर गलियारे के उद्घाटन के मौके पर भी कश्मीर का रोना रोने से बाज नहीं आए।

Kartarpur Corridor, Kartarpur Corridor Imran Khan, Kartarpur Corridor opening ceremony- India TV Hindi Imran Khan raises Kashmir issue during Kartarpur Corridor opening ceremony | AP

करतारपुर: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और उनके विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी शनिवार को करतारपुर गलियारे के उद्घाटन के मौके पर भी कश्मीर का रोना रोने से बाज नहीं आए। इन दोनों ही पाकिस्तानी नेताओं ने इस मौके पर कश्मीर का मुद्दा उठाया और भारत से अपील की कि जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त करने के बाद घाटी में लगाई गई सभी पाबंदियों को खत्म किया जाए। प्रधानमंत्री खान ने करतारपुर गलियारे का उद्घाटन किया। इसके माध्यम से सिख श्रद्धालु पाकिस्तान के पंजाब स्थित उस स्थान के दर्शन कर सकेंगे जहां सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव ने अपने जीवन का लंबा समय बिताया था।

आपको बता दें गलियारे के माध्यम से सिख श्रद्धालु वीजा मुक्त यात्रा कर सकेंगे और वे करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब तक जा सकेंगे जहां गुरु नानक देव ने अपने जीवन के 18 वर्ष बिताए थे। कश्मीर का मुद्दा उठाते हुए खान ने कहा कि उन्होंने अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी से पहली बैठक में कहा था कि इसका समाधान किया जाना चाहिए। खान ने कहा, ‘कश्मीर में आज हम जो देख रहे हैं कि यह अब जमीन का मुद्दा नहीं है। यह मानवीय संकट बन गया है। कश्मीर के लोगों के लिए चीजें और भी खराब हो गई हैं जिनसे जानवरों जैसा व्यवहार होने लगा है, उन्हें मूलभूत मानवाधिकारों से वंचित किया जा रहा है और उनके इर्द-गिर्द 9 लाख सैनिक मौजूद हैं।’

खान ने कहा कि उपमहाद्वीप का तभी विकास होगा जब कश्मीर मुद्दे का समाधान हो जाएगा। उन्होंने कहा, ‘कश्मीर मुद्दे का समाधान होने से भारत और पाकिस्तान की समृद्धि बढ़ेगी और दोनों देशों का विकास होगा। कश्मीर मुद्दे के कारण दोनों देशों के बीच 70 वर्षों से नफरत चली आ रही है। भारत को कश्मीर के लोगों के साथ न्याय सुनिश्चित करना चाहिए। उम्मीद है कि हमारे संबंध सुधरेंगे।’ प्रधानमंत्री खान ने कहा कि एक नेता हमेशा लोगों को एक साथ लाता है न कि उन्हें बांटता है।​

इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने 500 श्रद्धालुओं के पहले जत्थे को रवाना करते हुए कहा कि करतारपुर गलियारा खुलने से दरबार साहिब गुरुद्वारा में मत्था टेकना आसान हो जाएगा। उन्होंने खान को धन्यवाद देते हुए कहा कि ऐतिहासिक गलियारा खुलने से काफी खुशी हुई है। मोदी ने कहा, ‘मैं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान नियाजी को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने भारत की इच्छाओं को समझा और करतारपुर को हकीकत में तब्दील किया।’ 

पाकिस्तानी विदेश मंत्री कुरैशी ने अपने भाषण में कहा कि करतारपुर गलियारा खोलने के लिए मोदी ने खान को धन्यवाद दिया, क्या भारत के प्रधानमंत्री अपने पाकिस्तानी समकक्ष को भी धन्यवाद बोलने का मौका देंगे। उन्होंने कहा, ‘आप कश्मीर में कर्फ्यू खत्म कर, पैलेट गन का इस्तेमाल बंद कर, मानवाधिकारों का उल्लंघन समाप्त कर और संचार पाबंदियां हटाकर ऐसा कर सकते हैं।’ कुरैशी ने कहा कि जिस तरह से करतारपुर के दरवाजे खुले हैं उसी तरह से श्रीनगर के जामिया मस्जिद के दरवाजे भी खुलने चाहिए ताकि कश्मीरी जुम्मे की नमाज पढ़ सकें। (भाषा)

Latest World News