कराची: पूरी दुनिया में एक लाख से ज्यादा लोग करोना वायरस की चपेट में आकर जान गंवा चुके हैं, लेकिन कुछ लोग अभी भी हालात की गंभीरता को नहीं समझ रहे हैं। इसी कड़ी में पाकिस्तान के सिंध प्रांत की राजधानी कराची में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के कारण लगे लॉकडाउन के बावजूद एक मस्जिद में बड़ी संख्या में लोग जुमे की नमाज पढ़ने के लिए एकत्र हो गए। उन्हें रोकने पहुंची पुलिस की टीम पर हमला कर दिया गया जिससे टीम का नेतृत्व कर रही एक महिला SHO घायल हो गई।
पिछले जुमे को भी हुआ था कराची में बवाल
बता दें कि लगभग ऐसी ही घटना बीते जुमे को भी कराची में हुई थी। लियाकताबाद इलाके में सामूहिक नमाज पढ़ने से लोगों को रोकने पर भीड़ ने पुलिस पर हमला कर दिया था। तब पुलिस वालों ने घरों में घुसकर लोगों से खुद को बचाया था। शुक्रवार को भी बीते हफ्ते की ही तरह सिंध सरकार ने जुमे की नमाज के मद्देनजर लोगों को एकत्र होने से रोकने के लिए दोपहर 12 बजे से अपरान्ह 3 बजे तक 'कर्फ्यू जैसे लॉकडाउन' का ऐलान किया था। घरों से बाहर निकलने पर इस 3 घंटे के लिए संपूर्ण पाबंदी लगा दी गई थी।
घर से नमाज पढ़ने की हो रही अपील इस बार भी
पाकिस्तान उलेमा कौंसिल ने लोगों से महामारी के फैलाव को रोकने के लिए सरकार के आदेशों का पालन करने और घरों में ही नमाज पढ़ने की अपील की। इसके बावजूद, कराची के औरंगी टाउन में एक मस्जिद में बड़ी संख्या में लोग लॉकडाउन का उल्लंघन कर जुमे की
नमाज पढ़ने के लिए पहुंच गए। सूचना पर पुलिस
मस्जिद पहुंची और लोगों को एकत्र होने से रोकने की कोशिश की। इस पर भीड़ ने पुलिस टीम पर पथराव कर दिया जिसमें कराची के पीराबाद थाने की एक महिला एसएचओ घायल हो गईं। बाद में भीड़ छंट गई।
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