इस्लामाबाद: पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने आज कहा कि उनके देश ने भारत को कश्मीर, सियाचिन, सर क्रीक और अन्य लंबित मुद्दों पर वार्ता बहाली की पेशकश की है और वह जवाब का इंतजार कर रहा है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने यहां एक साप्ताहिक ब्रीफिंग में कहा, ‘‘पाकिस्तान शांतिपूर्ण पड़ोस की अपनी नीति के प्रति वचनबद्ध है लेकिन सर्जिकल स्ट्राइक के दावे और नियंत्रण रेखा एवं कार्यकारी सीमा पर हिंसा में अभूतपूर्व इजाफा समेत भारत का रुख शांति के लिए खतरा है।’’ पाकिस्तान और भारत के बीच की सीमा हाल के वर्षों के दौरान दोनों देशों की सेनाओं के बीच खूनी टकराव का साक्षी बना है। संघर्षविराम के उल्लंघनों और असैनिकों के हताहत होने के मामले में मौजूदा साल सबसे खराब रहा है। (UN ने उत्तर कोरिया पर लगाया प्रतिबंध, सिंगापुर ने तोड़े व्यापार संबंध)
रेडियो पाकिस्तान की एक रिपोर्ट के मुताबिक फैसल ने कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय समुदाय के एक जिम्मेदार सदस्य के नाते पाकिस्तान अमन में यकीन करता है लेकिन इसके साथ ही हमारे सशस्त्र बल तमाम खतरों से मुल्क की हिफाजत करने में पूरी तरह तैयार और योग्य है।’’ पाकिस्तानी प्रवक्ता का यह बयान इन मीडिया रिपोर्टों के कुछ दिनों बाद आया है जिसमें कहा गया है कि अमेरिका खामोशी से पाकिस्तान और भारत को वार्ता के लिए तैयार कर रहा है और ट्रंप प्रशासन परमाणु हथियारों से लैस दोनों पड़ोसियों के बीच तनाव खत्म करना चाहता है।
भारत और पाकिस्तान के बीच के रिश्ते दो जनवरी 2016 को पठानकोट वायुसेना अड्डेपर आतंकवादी हमले के बाद बेहद बिगड़ गए। इस आतंकवादी हमले में सात सुरक्षा कर्मी मारे गए। फैसल ने भारत के हाल के क्रूज मिसाइल परीक्षणों पर भी चिंता जताई और शिकायत की कि परीक्षण से पहले पाकिस्तान को इसकी पूर्वसूचना दी जानी चाहिए थी। उन्होंने इन परीक्षणों को क्षेत्र की शांति के लिए संभावित खतरा बताया।
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