इस्लामाबाद: पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने बृहस्पतिवार को अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव से फोन पर बातचीत की और रूस के साथ दीर्घकालिक और बहुआयामी साझेदारी बनाने की पाकिस्तान की इच्छा व्यक्त की। दोनों नेताओं ने कोविड-19 महामारी और अफगान शांति प्रक्रिया जैसे विषयों भी पर चर्चा की। कुरैशी ने कोविड-19 महामारी के कारण रूस में लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया। रूस में अब तक कोविड-19 के 561,091 मामलों की पुष्टि हुयी है और 7,660 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना वायरस संक्रमण के मामले में रूस विश्व में अभी तीसरे नंबर पर है।
विदेश कार्यालय के अनुसार परस्पर हित के मामलों पर विचार विमर्श किया गया। इन मुद्दों में कोविड-19 महामारी, बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग, द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने की संभावनाएं और क्षेत्रीय विषय शामिल थे। दोनों विदेश मंत्रियों ने महामारी के बारे में सामाजिक-आर्थिक प्रभाव के बारे में विचार विमर्श किया। विदेश मंत्री लावरोव ने महामारी से निपटने के प्रयासों में पाकिस्तान के साथ एकजुटता व्यक्त की। कुरैशी ने रेखांकित किया कि पाकिस्तान, रूस को एक महत्वपूर्ण सहयोगी मानता है और रूस के साथ दीर्घकालिक तथा बहुआयामी साझेदारी बनाने की इच्छा रखता है।
शीत युद्ध की कटुता के बाद दोनों देशों के संबंध आगे बढ़ी है और अमेरिका-पाकिस्तान संबंधों में ठंडेपन ने देश को रूस और चीन की ओर बढ़ा दिया है। दोनों नेताओं ने अफगानिस्तान की स्थिति पर भी चर्चा की और कुरैशी ने देश में स्थायी शांति और सुरक्षा के लिए समावेशी अंतर-अफगान वार्ता के महत्व पर बल दिया। उन्होंने लावरोव के साथ कश्मीर के बारे में भी चर्चा की। विदेश कार्यालय ने कहा कि टेलीफोन पर हुयी बातचीत के दौरान कुरैशी ने कश्मीर में "लगातार दोहरे लॉकडाउन" और नए अधिवास कानून को लेकर चिंता व्यक्त की। पाकिस्तान भारत पर कश्मीर के जनसांख्यिकीय ढांचे में बदलाव लाने की कोशिश करने का आरोप लगाता रहा है। विदेश कार्यालय ने कहा कि कुरैशी ने कश्मीर में स्थिति के मद्देनजर के लिए जरूरी कदमों के महत्व को रेखांकित किया।
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