इस्लामाबाद: अमेरिका की एक रिपोर्ट में पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ अपर्याप्त प्रयासों पर आड़े हाथों लिया गया है। इस रिपोर्ट पर निराशा जताते हुए पाकिस्तान ने कहा है कि आतंकवाद के खिलाफ दी गई उसकी कुर्बानियों को इसमें नजरअंदाज कर दिया गया है। अमेरिका की इस रिपोर्ट पर बुरी तरह ‘निराश’ पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के एक बयान में कहा है कि उनके देश ने आतंकवाद के खिलाफ अंतर्राष्ट्रय संघर्ष में योगदान दिया है और अफगानिस्तान में शांति के लिए भी प्रयास किए हैं।
विदेश मंत्रालय ने कहा है कि आतंकवाद के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय संघर्ष में पाकिस्तान के योगदान के कारण ही क्षेत्र से आतंकी संगठन अल कायदा का खात्मा हुआ है और इस योगदान ने दुनिया को एक सुरक्षित जगह बनाने में मदद दी है। इसके खिलाफ की जाने वाली कोई भी बात अवांछित है और द्विपक्षीय संबंधों की बेहतरी के पक्ष में नहीं है। बयान में कहा गया है, ‘रिपोर्ट में जमीनी सच्चाइयों को और आतंकवाद के खिलाफ बीते दो दशकों में पाकिस्तान की बेशुमार कुर्बानियों व योगदान को नजरअंदाज किया गया है।’
बयान में इस बात की भी जिक्र है कि 'पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में शांति के लिए अमेरिका और तालिबान के बीच बातचीत के लिए सभी प्रयास किए।' बयान में कहा गया है कि आतंकवादी संगठनों पर लगाम लगाने के लिए पाकिस्तान ने बड़े पैमाने पर कानूनी व प्रशासनिक कदम उठाए हैं। आतंकी गिरोहों व व्यक्तियों की संपत्तियां जब्त की गई हैं और इनके लिए धन जमा करने के रास्ते बंद किए गए हैं। पाकिस्तान फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स व अपनी राष्ट्रीय कार्ययोजना के तहत ठोस कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध है। (IANS)
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