A
Hindi News विदेश एशिया पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के पास हैं AK-47 समेत 100 से ज्यादा हथियार

पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के पास हैं AK-47 समेत 100 से ज्यादा हथियार

जरदारी के पास एके-47, जर्मन जी-3 बैटल राइफल, एमपी-5 सबमशीनगन, ऑस्ट्रियन ग्लॉक, रूसी माकारोव पिस्तौल से लेकर तमाम तरह की शॉटगन हैं।

Pakistan Ex-President Zardari owns more than 100 weapons | AP- India TV Hindi Pakistan Ex-President Zardari owns more than 100 weapons | AP

इस्लामाबाद: पाकिस्तान के राजनेताओं का हथियारों के प्रति प्रेम किसी से छिपा नहीं है। अपने आपको 'दबंग' दिखाने के लिए इस मुल्क के कई नेताओं के पास खतरनाक हथियारों का भंडार रहता है। उनके हथियारों के जखीरे में सेनाओं के द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले हथियार तक हैं जो एक बार में ही बहुतों को हताहत करने की क्षमता रखते हैं। हालांकि पाकिस्तानी मीडिया की एक रिपोर्ट ने काफी हैरान किया है, जिसमें जानकारी दी गई है कि पूर्व राष्ट्रपति व पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के सांसद आसिफ अली जरदारी के पास ही सौ से ज्यादा हथियार हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान के सांसदों और विधायकों ने साल 2018 के लिए अपनी संपत्तियों की जो घोषणा की है, उससे पता चला है कि जरदारी पास बेहद घातक प्रतिबंधित हथियार तक हैं। इनमें एके-47, जर्मन जी-3 बैटल राइफल, एमपी-5 सबमशीनगन, ऑस्ट्रियन ग्लॉक, रूसी माकारोव पिस्तौल से लेकर तमाम तरह की शॉटगन हैं। देश की संसद और प्रांतों की विधानसभा के कुल 99 सदस्यों ने अपने पास मौजूद हथियारों की जानकारी दी है लेकिन इनके विवरणों को छिपाने की कोशिश की गई है। इनकी कीमत या तो नहीं बताई या फिर यह बताया कि अमुक हथियार उन्हें उपहार में मिले हैं या विरासत में मिले हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक, शहीद बेनजीराबाद के सांसद व पूर्व राष्ट्रपति जरदारी ने हथियारों की सटीक संख्या नहीं बताई, न ही यह बताया कि हथियार किस तरह के हैं। उन्होंने इनकी कीमत 1.66 करोड़ बताई है। माना जा रहा है कि उनके पास 100 से अधिक हथियार हैं। खैबर पख्तूनख्वा के एक पूर्व विधायक ने कहा, ‘निर्वाचित प्रतिनिधियों ने जो जानकारी दी है, वो तो बस एक झलकी है। हथियार रखना खैबर पख्तूनख्वा और बलोचिस्तान में संस्कृति का हिस्सा है। मेरे ही पास दर्जनों हथियार हैं लेकिन मैंने संपत्ति में कभी इनकी घोषणा नहीं की। बहुत से लोग इसे अपनी सुरक्षा के लिए भी जरूरी मानते हैं। देश के अलग-अलग इलाकों में सुरक्षा हालात ऐसे हैं कि इन्हें रखने की जरूरत महसूस होती है।’

Latest World News