A
Hindi News विदेश एशिया पाकिस्तान की केमिकल फैक्ट्री में मौत का कहर, आग लगने से गई 16 मजदूरों की जान

पाकिस्तान की केमिकल फैक्ट्री में मौत का कहर, आग लगने से गई 16 मजदूरों की जान

मुख्य अग्निशमन अधिकारी मुबीन अहमद ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है और हादसे की जांच की जा रही है।

Pakistan Chemical Factory Fire, Pakistan Chemical Factory Fire Workers, Karachi Chemical Factory- India TV Hindi Image Source : PIXABAY REPRESENTATIONAL पाकिस्तान की आर्थिक राजधानी कराची में एक केमिकल फैक्ट्री में भीषण आग लग जाने से कम से कम 16 मजदूरों की मौत हो गई।

कराची: पाकिस्तान की आर्थिक राजधानी कराची में शुक्रवार को एक रसायन कारखाने में भीषण आग लग जाने से कम से कम 16 मजदूरों की मौत हो गई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, फायर ब्रिगेड के अधिकारियों ने बताया कि यह घटना उस समय हुई जब शहर के मेहरान इलाके में रसायन के एक ड्रम में आग लग गई और फैक्टरी में फैल गई। पुलिस ने बताया कि अब तक 16 मजदूरों के शव बरामद किए गए हैं और अब भी 20 से अधिक लोगों के अंदर फंसे होने की आशंका है। आशंका व्यक्त की जा रही है कि अंदर फंसे लोगों में से अधिकांश की मौत हो चुकी है।

‘आग बुझाने की कोशिश में 2 दमकलकर्मी घायल’
रिपोर्ट्स के मुताबिक, आग बुझाने की कोशिश में 2 दमकलकर्मी घायल हो गए। मुख्य अग्निशमन अधिकारी मुबीन अहमद ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है। मुबीन ने कहा कि कारखाने की छत पर ताला लगा हुआ था और कारखाने में घुसने का एक ही रास्ता था, जिससे लोगों का बचना मुश्किल हो गया। डॉन की खबर के मुताबिक सिंध के मुख्यमंत्री सैयद मुराद अली शाह ने कराची के आयुक्त और श्रम विभाग से घटना के संबंध में रिपोर्ट मांगी है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, 30 वर्षीय सद्दाम, जो कि ईदी फाउंडेशन के वॉलंटियर हैं, भी आग बुझाने की कोशिश में घायल हो गए।

कराची में पहले भी हो चुके हैं ऐसे हादसे
फैक्ट्री के दौरे के दौरान कराची के आयुक्त नवीद शेख ने बचावकर्मियों को अपने प्रयासों में तेजी लाने और लोगों की जान बचाने की पूरी कोशिश करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि आग पर काबू पा लिया गया है और अब कूलिंग की प्रक्रिया चल रही है। बता दें कि पाकिस्तान के सिंध प्रांत की राजधानी कराची में कई लोगों ने नियमों को ताक पर रखते हुए रेशिडेंशियल एरिया में भी फैक्ट्रियां बनाई हुई हैं। 2015 में शहर में एक फैक्ट्री की इमारत ढह जाने से कम से कम 30 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, 2012 में कपड़े के एक कारखाने में आग लगने से 250 से ज्यादा मजदूर मारे गए थे।

Latest World News