इस्लामाबाद: पाकिस्तान की सेना ने चीन निर्मित VT-4 युद्धक टैंकों (Made in China VT-4 Tanks) के पहले बैच को औपचारिक रूप से अपने शस्त्रागार में शामिल कर लिया है। चीन के सरकारी स्वामित्व वाले टैंक निर्माता नोरिन्को द्वारा निर्मित इन टैंकों की आपूर्ति पिछले साल अप्रैल में शुरू हुई थी, हालांकि ये टैंक 2017 से ही सर्विस में हैं। थाइलैंड तथा नाइजीरिया के बाद इन टैंकों को चीन से खरीदने वाला पाकिस्तान तीसरा देश है। बता दें कि VT-4 चीन का थर्ड जेनरेशन मेन बैटल टैंक है और इसे MBT3000 के नाम से भी जाना जाता है।
52 टन होता है एक VT-4 युद्धक टैंक का वजन
VT-4 टैंकों की बात करें तो एक टैंक की कीमत करीब 49 लाख डॉलर (लगभग 36 करोड़ रुपये) है। इन टैंकों का उत्पादन 2014 से किया जा रहा है और 2017 से ये विभिन्न सेनाओं में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। हालांकि युद्ध की बात करें तो अभी तक चीन में बने इन टैंकों का सबसे बड़ा इस्तेमाल कुख्यात आतंकी संगठन बोको हराम के खिलाफ ही हुआ है। इन टैंकों की लंबाई 10.10 मीटर, चौड़ाई 3.40 मीटर और ऊंचाई 2.30 मीटर है। इस टैंक में 125एमएम की मुख्य तोप के अलावा कई और छोटे-बड़े हथियार फिट किए गए हैं। इसका इंजन 1200 हॉर्स पावर का है और यह एक बार में 70 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम गति के साथ 500 किलोमीटर तक की दूरी तय कर सकता है।
पाकिस्तान ने चीन से खरीदे हैं कई हथियार
सेना के मीडिया प्रकोष्ठ ने एक बयान में कहा कि मंगला कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल शाहीन महमूद ने बुधवार को शस्त्रागार का दौरा किया तथा वीटी-4 टैंकों के पहले बैच का मुआयना किया। बता दें कि चीन रक्षा क्षेत्र में पाकिस्तान का साझेदार बन गया है। हाल के वर्षों में पाकिस्तान ने उससे कई हथियार खरीदे हैं। इन हथियारों में टैंकों से लेकर फाइटर प्लेन और वॉरशिप तक शामिल हैं। कई मौकों पर पाकिस्तान और चीन ने अपनी दोस्ती को खास बताया है और ड्रैगन ने इस्लामाबाद में CPEC के जरिए बड़े पैमाने पर निवेश भी कर रखा है।
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