अफगानिस्तान में घुसी पाकिस्तानी सेना! तालिबानी लड़ाकों के साथ Video में दिखाई दी
अपने नापाक इरादों के लिए बदनाम पाकिस्तान पर अफगानिस्तान में तालिबान की मदद करने के आरोप तो लग ही रहे थे लेकिन अब इन आरोपों को पुख्ता करने वाले सबूत भी मिलने लगें हैं।
काबुल/इस्लामाबाद: अपने नापाक इरादों के लिए बदनाम पाकिस्तान पर अफगानिस्तान में तालिबान की मदद करने के आरोप तो लग ही रहे थे लेकिन अब इन आरोपों को पुख्ता करने वाले सबूत भी मिलने लगें हैं। दरअसल, एक वीडियो सामने आई है, जिसमें पाकिस्तानी सेना और तालिबानी लड़ाके नजर आ रहे हैं।
दावा किया जा रहा है कि वीडियो अफगानिस्तान की जमीन पर स्पिन बोल्डक इलाके में स्थित नजर सुरक्षा पोस्ट का है, जहां पाकिस्तानी सेना के जवान दोनों देशों के बीच की डूरंड लाइन पार करके अफगानिस्तान में घुस आए। वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें पाकिस्तानी सेना के जवान तालिबान के नियंत्रण वाले इलाके में दिख रहे हैं।
अफगान राष्ट्रीय रक्षा और सुरक्षा बल के एक अधिकारी ने कहा, "पाकिस्तानी सेना यहां आ गई है और हमारे पड़ोसी (पाकिस्तान) हमारे देश को उपनिवेश बनाना चाहते हैं। उन्हें लगता है कि हमें हमेशा उपनिवेश होना चाहिए। यह सच नहीं है। आज हमने दुश्मन (तालिबान) को सबसे ज्यादा हताहत किया है।"
हालांकि, पाकिस्तानी सेना ने इस वीडियो को लेकर अभी तक कोई भी बयान जारी नहीं किया है। आपको बता दें कि अफगानिस्तान में तालिबान के बढ़ते कदमों को देखते हुए पाकिस्तान की इमरान खान सरकार ने अफगान सीमा से अर्धसैनिक बलों की जगह सेना के जवानों को तैनात कर दिया है।
देखिए वीडियो- तालिबानी लड़ाकों के साथ दिखाई दी
पाकिस्तान के डॉन अखबार ने आतंरिक मामलों के मंत्री शेख रशीद अहमद के हवाले से जानकारी दी कि अग्रिम ठिकानों पर फ्रंटियर कांस्टेबुलरी (एफसी), लेविस फोर्स (अर्धसैनिक बल) और अन्य मिलिशिया की जगह पर पाकिस्तानी सेना (Pakistani Army) के सैनिकों को तैनात किया गया है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच स्थित स्पिन बोल्डक बॉर्डर पर तालिबान का कब्जा है। तालिबान ने यहां करीब 10 दिन पहले कब्जा कर लिया था। स्पिन बोल्डक, वो इलाका है जो बॉर्डर से अफगानिस्तान की तरफ है जबकि बॉर्डर से पाकिस्तान की ओर का इलाका चमन है, इसे चमन बॉर्डर कहते हैं।
स्पिन बोल्डक बॉर्डर पर तालिबान के कब्जे के बावजूद भी पाकिस्तान ने इसे बंद नहीं किया है। पाकिस्तान का तर्क है कि यह बॉर्डर महत्वपूर्ण है। यहां से रोजाना हजारों लोग सीमा को पार करते हैं। इसे बंद कर दिया गया तो लोगों को असुविधा होगी। वहीं, तालिबान ने बॉर्डर पर कब्जा करके अफगानिस्तान के झंडे हटा दिए हैं और सफेद झंडे फहरा दिए हैं।
अफगानिस्तान के स्वतंत्र प्रशासनिक सुधार और सिविल सेवा आयोग के अध्यक्ष अहमद नादर नादरी के अनुसार, तालिबान ने 200 जिलों में 260 सरकारी इमारतों और संपत्तियों को या तो आग लगा दी या नष्ट कर दिया। उन्होंने यह भी बताया कि तालिबान नियंत्रित क्षेत्रों में 13 मिलियन अफगान सामाजिक सेवाओं से वंचित हो गए हैं।