इस्लामाबाद: कश्मीर मुद्दे के समाधान को लेकर पाकिस्तान के आर्मी चीफ ने एक बड़ा बयान दिया है। पाकिस्तान के थलसेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने कहा है कि कश्मीर के मूल मुद्दे सहित भारत-पाकिस्तान के बीच के सभी विवादों का शांतिपूर्ण समाधान समग्र एवं अर्थपूर्ण संवाद से ही संभव है। पाकिस्तान के सशस्त्र बलों की मीडिया इकाई इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के एक बयान के मुताबिक, बाजवा ने शनिवार को काकुल में पाकिस्तानी सैन्य अकादमी में कैडेटों के पासिंग आउट परेड में अपने संबोधन के दौरान यह टिप्पणी की।
उन्होंने कहा, ‘हमारा यह स्पष्ट मानना है कि कश्मीर के मूल मुद्दे सहित भारत-पाकिस्तान के विवादों के शांतिपूर्ण समाधान का रास्ता समग्र एवं अर्थपूर्ण संवाद से ही गुजरता है।’ ऐसा संवाद किसी पक्ष पर एहसान नहीं है बल्कि यह समूचे क्षेत्र में शांति के लिए जरूरी है। पाकिस्तान ऐसे संवाद के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन ऐसा संप्रभु समानता, गरिमा एवं सम्मान के आधार पर ही होगा।’ बयान के मुताबिक, कैडेटों को संबोधित करते हुए बाजवा (57) ने कहा कि पाकिस्तान एक अमनपसंद देश है और सभी देशों, खासकर अपने पड़ोसियों के साथ सद्भावनापूर्ण एवं शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व चाहता है।
उन्होंने कहा, ‘लेकिन शांति की इस चाहत को किसी भी तरह से हमारी कमजोरी की निशानी नहीं समझा जाना चाहिए। हमारे साहसी सशस्त्र बल किसी भी खतरे का करारा जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।’ थलसेना प्रमुख ने जम्मू-कश्मीर के लोगों के ‘आत्मनिर्णय के बुनियादी अधिकार’ के लिए अपने देश के ‘राजनीतिक एवं नैतिक समर्थन’ की बात दोहराई। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवाद और चरमपंथ के सफाए के लिए बगैर किसी भेदभाव के अपनी भूमिका निभाई है और कोशिशों ने नतीजे दिखाने शुरू कर दिए हैं।
जनरल बाजवा ने कहा, ‘हम किसी मजबूरी के कारण इन कोशिशों को जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध नहीं हैं, बल्कि पाकिस्तान को एक सुरक्षित, समृद्ध एवं प्रगतिशील देश बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’ उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को अंदर से कमजोर करने के लिए एक ‘हाइब्रिड’ युद्ध थोपा गया है। थलसेना प्रमुख ने कहा, ‘हमारे दुश्मन जानते हैं कि वे हमें सीधे तरीके से मात नहीं दे सकते तो उन्होंने हम पर एक क्रूर, बुरा और लंबा हाइब्रिड युद्ध थोप दिया है।’
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