इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने गुरुवार को करतारपुर गलियारे को इमरान खान सरकार की ‘‘कूटनीति का अहम बिंदु’’ करार दिया जबकि यह माना कि भारत के साथ विवादित मुद्दों पर ‘‘कोई प्रगति नहीं’’ हुई। विदेश विभाग के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने यह भी कहा कि कश्मीर मुद्दा ‘‘पाकिस्तान की प्राथमिकताओं में सबसे ऊपर’’ बरकरार है।
यहां साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग में फैसल ने कहा कि करतारपुर गलियारा, अफगानिस्तान में (शांति) गतिविधियों के साथ पाकिस्तान की नई सरकार के लिए कूटनीति का अहम बिंदु है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री खान ने अपने भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी को सितंबर में लिखे एक खत में आगे के कदमों की विस्तृत रूपरेखा दी थी लेकिन नई दिल्ली इस पर प्रतिक्रिया देने में विफल रही। फैसल ने कहा कि भारत द्वारा वार्ता शुरू करने से इनकार करने के बावजूद पाकिस्तान ने करतारपुर गलियारे का भूमि पूजन किया।
प्रधानमंत्री खान ने नवंबर में पाकिस्तान के करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब को भारत के गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक से जोड़ने वाले गलियारे की आधार शिला रखी थी। इससे भारतीय सिख तीर्थयात्रियों को वहां जाने की वीजा मुक्त सुविधा हासिल हो सकेगी। करतारपुर में ही सिखों के पहले गुरु नानक देव ने अपना अंतिम वक्त गुजारा था।
फैसल ने कहा, ‘‘पूरी दुनिया और खासकर सिख समुदाय द्वारा इसे बेहद सकारात्मक रूप से लिया गया। हम करतारपुर में आधारभूत ढांचा विकसित करने के लिए सक्रियता से काम कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, हालांकि भारत के साथ विवादास्पद मुद्दों पर ‘‘कोई प्रगति नहीं’’ हुई तथा करतारपुर गलियारा एक मात्र सकारात्मक घटनाक्रम है।
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हम सफल नहीं हुए...हमनें एक प्रयास किया लेकिन वे जवाब नहीं दे रहे हैं। आप कह सकते हैं कि यह सफल नहीं हुआ।’’ कश्मीर में हिंसा की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ‘‘पांच फरवरी 2019 को लंदन में कश्मीर सॉलिडेरिटी के तौर पर मनाएगा और वहां उसके विदेश मंत्री भी मौजूद रहेंगे।’’
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