इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने कहा कि सुरक्षा सहयोग के मुद्दे पर अमेरिका के साथ संवाद अभी भी जारी है। अमेरिका ने कुछ दिन पहले पाकिस्तान को लगभग दो अरब अमेरिकी डॉलर की सैन्य सहायता पर रोक लगा दी थी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पाकिस्तान पर अफगान तालिबान और हक्कानी नेटवर्क जैसे आतंकवादी संगठनों को पनाहगाह उपलब्ध कराने का आरोप लगाया था। अमेरिका-पाकिस्तान संबंधों और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में उनके सहयोग पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पाकिस्तान विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने कहा कि दृढ़ता के साथ आपसी सम्मान और विश्वास की जरूरत है। (हाफिज सईद के खिलाफ कार्रवाई को लेकर पाकिस्तान ने साधी चुप्पी )
उन्होंने प्रेस ब्रीफिंग में पत्रकारों से कहा, ‘‘हम सुरक्षा सहयोग के मुद्दे पर अमेरिकी प्रशासन के साथ अभी भी संवाद कर रहे हैं और विस्तृत विवरण की प्रतीक्षा है।’’ प्रवक्ता ने कहा, ‘‘यह सराहनीय होना चाहिए कि पाकिस्तान ने अपने संसाधनों से बड़े पैमाने पर आतंकवाद के खिलाफ युद्ध लड़ा है, जिसकी लागत 15 वर्षों में 123 अरब अमेरिकी डॉलर है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारा विश्वास है कि हमारे प्रयासों से अल-कायदा और अन्य आतंकवादी संगठनों को खत्म करने में मदद मिली है।
पाकिस्तान में तालिबान नेतृत्व की मौजूदगी के सवाल पर फैसल ने कहा कि सरकार पूरी तरह से इस आरोप को खारिज करती है। उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान ने क्षेत्र में आतंकवाद की चुनौती से निपटने में अमेरिका का समर्थन किया है। दोनों पक्ष संवाद के महत्व को समझते हैं।’’ पाकिस्तान को सुरक्षा सहायता रोके जाने के अमेरिकी निर्णय पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘यह एक ‘‘एकतरफा कदम’’ है जिससे क्षेत्र की स्थिरता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।’’
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