इस्लामाबाद: प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने आज कहा कि 1998 में पाकिस्तान द्वारा किये गये परमाणु परीक्षण ने दक्षिण एशिया में संतुलन कायम किया और दुश्मनों को कड़ा संकेत दिया कि आक्रमक रूख रखने वालों को मुंहतोड़ जवाब मिलेगा। देश द्वारा किये गये परमाणु परीक्षण के वर्षगांठ पर शरीफ ने कहा कि यह पाकिस्तान के लिए अविस्मरणीय है। प्रधानमंत्री ने कहा, पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम ने दक्षिण एशिया में शक्ति संतुलन कायम किया, शांति का प्रतीक बना और क्षेत्र में मौजूद छोटे राष्ट्रों ने चैन की सांस ली। (पनामा पेपर मामला में JIT ने की शरीफ के बेटे से पूछताछ)
सरकारी संवाद समिति एसोसिएट प्रेस ऑफ पाकिस्तान (APP) की खबर के अनुसार, शरीफ ने कहा, परमाणु शक्ति बनने के बाद अब देश को आर्थिक शक्ति बनाने का वक्त आ गया है। उन्होंने कहा, उन्नीस साल पहले हमने देश के सुरक्षा घेरे को अभेद्य बनाया। वर्तमान में उसी प्रतिबद्धता और जुनून के साथ, देश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूत और स्थिर बनाया जा रहा है। मौजूदा हालात में किसी भी देश की रक्षा को उसकी आर्थिक स्थिरता से अलग नहीं रखा जा सकता।
प्रधानमंत्री ने कहा, देश के आर्थिक विकास की यात्रा तेजी से चल रही है और परमाणु विस्फोट की भांति ही, पाकिस्तान आर्थिक विस्फोट करेगा। पूरी दुनिया ऐसी संभावनाओं में विश्वास रखती है। परमाणु परीक्षण ने दुश्मनों को कड़ा संदेश दिया कि पाकिस्तान के खिलाफ आक्रामक रूख रखने वालों को मुंहतोड़ जवाब मिलेगा। उन्होंने कहा, 19 साल पहले जब पाकिस्तान मुस्लिम लीग सरकार ने परमाणु परीक्षण करने का फैसला लिया तो, उसके समक्ष कई चुनौतियां थीं। उन्होंने कहा, देश उन लोगों का रिणी है जिन्होंने उस वक्त बहादुरी दिखायी और पाकिस्तान का परमाणु शक्ति बनाने में अपनी भूमिका निभाई।
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