नई दिल्ली: ईरान की सरकार ने कबूल किया है कि एक अफवाह के चलते हज़ारों लोगों ने मेथेनॉल पी लिया और उनकी मौत हो गयी। सोशल मीडिया के जरिए बीते दिनों ईरान में अफवाह फ़ैल गयी थी कि अल्कोहल पीने से कोरोना संक्रमण का इलाज होता है जिसके बाद सैकड़ों बच्चों समेत हजारों लोगों ने इंडस्ट्रियल अल्कोहल पी लिया था। ईरान की सरकार ने सोमवार को बताया कि इस घटना में 728 लोगों की मौत हो गयी है। इससे पहले भी इसी महीने जहरीली शराब पीने से ईरान में 600 लोगों की मौत हो गई थी।
ईरानी स्वास्थ्य मंत्रालय में सलाहकार हुसैन हसनैन ने कहा कि इन लोगों ने कोरोना वायरस से बचने के लिए अंधविश्वास में आकर यह मेथेनॉल पी लिया। ईरान पिछले साल से अल्कोहल पीने की घटनाएं 10 गुना बढ़ गई हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 20 फरवरी से 7 अप्रैल के बीच ईरान में 728 लोगों की मौत हो गई। पिछले साल केवल 66 लोग अल्कोहल पीने से मारे गए थे।
अल जजीरा में छपी एक खबर के मुताबिक ईरान सरकार ने जानकारी दी है कि जहर पीने से मरने वाली मौतों में ही इन मौतों को शामिल किया गया है। ये सभी लोग कोरोना संक्रमण के इलाज का दावा करने वाली अफवाह के शिकार हो गए हैं।
ईरान स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि करीब 5011 लोगों ने इस अफवाह के चलते इंडस्ट्रियल अल्कोहल पी लिया था। यहां तक कि कई माता-पिता ने अपने बच्चों को भी पिला दिया था। इनमें से 90 लोगों की आंखों की रोशनी भी चली गयी है।
इन सभी लोगों ने अफवाह के बाद अल्कोहल ढूंढना शुरू किया और नहीं मिलने पर मेथेनॉल ही पी लिया। प्रवक्ता के मुताबिक डर की वजह से हो सकता है कई लोग सामने नहीं आए हों और इसे पीकर अंधे होने वाले लोगों की संख्या ज्यादा हो सकती है।
बता दें कि इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यह कहकर लोगों को चौंका दिया था कि डॉक्टर कोरोना वायरस के मरीजों का इलाज उनके शरीर में पराबैंगनी किरणों को या घर में इस्तेमाल होने वाले रोगाणुनाशकों को टीके के जरिए उनके शरीर में पहुंचाकर कर सकते हैं। शीर्ष चिकित्सा विशेषज्ञों और रोगाणुनाशक उत्पादकों की ओर से तीखी प्रतिक्रिया मिलने के बाद ट्रंप ने सफाई दी कि उन्होंने यह ‘व्यंग्य’ में कहा था।
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