किम जोंग उन का बड़ा ऐलान, परमाणु परीक्षण स्थल को बंद करेगा उत्तर कोरिया
उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने मई में देश के परमाणु परीक्षण स्थल को बंद करने और इसे दक्षिण कोरिया तथा अमेरिका के विशेषज्ञों तथा पत्रकारों के लिये खोलने की बात कही है।
सोल: उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने मई में देश के परमाणु परीक्षण स्थल को बंद करने और इसे दक्षिण कोरिया तथा अमेरिका के विशेषज्ञों तथा पत्रकारों के लिये खोलने की बात कही है। दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति के कार्यालय के तरफ से यह जानकारी दी गई। दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जेई - इन के प्रवक्ता यून यंग - चान ने कहा कि किम ने यह टिप्पणी दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति के साथ शुक्रवार को सीमावर्ती गांव में अपनी शिखर वार्ता के दौरान कही और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ अपनी प्रस्तावित बैठक को लेकर सकारात्मक रवैया अपनाते हुये कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति यह समझेंगे कि वह ‘‘ ऐसे शख्स नहीं ’’ हैं जो अमेरिका की तरफ मिसाइल दागेंगे। (ट्रंप ने कहा, अगले तीन से चार हफ्ते के अंदर होगी किम जोंग के साथ बैठक )
मून और किम ने शिखर वार्ता के दौरान कोरियाई प्रायद्वीप के ‘‘ पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण ’’ की दिशा में काम करने का वादा किया था हालांकि इस संदर्भ में समय सीमा का कोई जिक्र नहीं था। दक्षिण कोरिया ने अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच संभावित शिखर वार्ता के लिये भी काफी प्रयास किये। इस बैठक के अगले महीने या जून के शुरू में होने की उम्मीद है। यून ने किम को उद्धृत करते हुये कहा , ‘‘ एक बार हम बात शुरू करेंगे तब अमेरिका यह जानेगा कि मैं ऐसा शख्स नहीं हूं जो दक्षिण कोरिया , प्रशांत क्षेत्र या अमेरिका पर परमाणु हथियार छोड़ूंगा। ’’ यून ने उत्तर कोरियाई नेता को उद्धृत करते हुये कहा , ‘‘ हम अगर अक्सर बैठक करते हैं और अमेरिका के साथ विश्वासपूर्ण संबंध बनाते हैं तथा हमसे जंग और आक्रमण नहीं करने की संधि की जाती है तो हमें अपने परमाणु हथियार रखने की मुश्किल के साथ रहने की क्या जरूरत है ?’’
उत्तर कोरिया ने इस महीने घोषणा की थी कि उसने परमाणु उपकरणों और अंतरप्रायद्वीपीय प्रक्षेपास्त्रों के सभी परीक्षण स्थगित कर दिए और उसकी परमाणु परीक्षण स्थल को भी बंद करने की योजना है। यून ने कहा कि किम ने यह भी कहा कि दक्षिण कोरिया के जैसा ही टाइम जोन रखने के लिये वह मौजूदा टाइम जोन को नए सिरे से सेट करने के लिये भी योजना बना रहे हैं। दशकों तक उत्तर और दक्षिण कोरिया एक ही टाइमजोन मानते थे लेकिन वर्ष 2015 में उत्तर कोरिया ने अपना ‘‘ प्योंगयोंग टाइम ’’ बनाया जिसके लिये जापान और दक्षिण कोरिया के समय से घड़ी को 30 मिनट पीछे रखा गया।