नई दिल्ली: उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन के बीच आज मुलाकात हुई। पूरी दुनिया की नजरें इस ऐतिहासिक बैठक पर टिकी हुई थीं। कोरियाई युद्ध के बाद पहली बार कोरियाई देशों के नेता आपस में मिले हैं। यह मुलाकात दोनों देशों की सीमा पर बने डिमिलिट्राइज़ जोन यानि डीएमजेड पर हुई। डीएमजेड में बने पनमूनजेओम गांव के 'पीस हाउस' में किम जोंग और मून जे इन मिले।
बैठक के बाद विजिटर्स डायरी में किम जोंग ने मुलाकात को ऐतिहिसक बताया। किम जोंग ने लिखा यहां से एक नया इतिहास लिखा जाएगा। हम शांति स्थापित करने वाले इतिहास के नए अध्याय की शुरुआत कर रहे हैं। अमेरिका ने भी इस बैठक का स्वागत किया है। मून और किम की मुलाकात का प्रसारण टेलीविजन पर लाइव किया जाएगा। इससे पहले किम ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाक़ात की थी लेकिन ये काफ़ी हद तक एक गुप्त मुलाक़ात थी।
किम 65 साल पहले खत्म हुए कोरियाई युद्ध के बाद दक्षिण कोरिया में कदम रखने वाले उत्तर कोरिया के पहले शीर्ष नेता हैं। वर्ष 2000 और 2007 में प्योंगयांग में शिखर सम्मेलन के बाद इस तरह की यह तीसरी बैठक है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प एवं किम के बीच बहुप्रतीक्षित मुलाकात से पहले कोरियाई प्रायद्वीप में राजनयिक समीकरण तेजी से बदल रहे हैं। बहरहाल इस दौरान उत्तर कोरिया का परमाणु जखीरा दोनों नेताओं के बीच मुख्य एजेंडा होगा।
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