उत्तर कोरिया का हाइड्रोजन बम धमाका, क्या तीसरा विश्व युद्ध होने वाला है?
उत्तर कोरिया द्वारा हाइड्रोडन बम परीक्षण के बाद अब सारे विश्व में एक सवाल पूछा जा रहा- क्या अब तीसरा विश्व युद्ध होने वाला है...?
उत्तर कोरिया द्वारा हाइड्रोडन बम परीक्षण के बाद अब सारे विश्व में एक सवाल पूछा जा रहा- क्या अब तीसरा विश्व युद्ध होने वाला है...? ये ऐसा सवाल है जो हर बार एक सनकी तानाशाह की करतूत की वजह से दुनिया के सामने आ जाता है। नॉर्थ कोरिया ने दुनियाभर के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए एक बार फिर हाईड्रोजन बम का टेस्ट किया और इसके सफल होने का दावा किया है। जापान ने नॉर्थ कोरिया के टेस्ट की तस्दीक की है क्योंकि टेस्ट के बाद काफी देर तक ज़मीन हिली, भूकंप आया। नॉर्थ कोरिया के इस टेस्ट का मक़सद अमेरिका और जापान को खुली चुनौती है।
उत्तर कोरिया की न्यूक्लियर साइट पर इंसानियत का सर्वनाश करने वाले हाईड्रोजन बम का टेस्ट हुआ जिससे ज़मीन हिल गई और दो बड़े बड़े भूकंप आए। उत्तर कोरिया का दावा है कि ये हाइड्रोजन बम हिरोशिमा पर गिरे एटम बम से आठ गुना ज्यादा शक्तिशाली है।
ये बम एक पूरे शहर को पलक झपकते ही भाप बना सकता है...दुनिया के नक्शे से शहर का नामोनिशान मिटा सकने में सक्षम है। दुनिया को इस हाईड्रोजन टेस्ट के बारे में खुद नॉर्थ कोरिया ने टीवी पर चीख चीख कर बताया। नॉर्थ कोरिया की तरफ से जारी वीडियो में उस इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल को भी दिखाया गया जिसमें इस बम को फिट करके दुनिया के किसी भी कोने में दागने की बात कही गई है।
नॉर्थ कोरिया ने छठी बार न्यूक्लियर टेस्ट का दावा किया है। इसमें भी दूसरी बार हाईड्रोजन बम का सफल परीक्षण करने की बात कही है और 100 किलोटन से ज्यादा के विस्फोट का दम भरा है। कोरिया की तरफ से कहा गया कि अब एडवांस न्यूक्लियर वेपन तैयार हो चुका है और ये हथियार न्यूक्लियर टेक्नॉलोजी के क्षेत्र में सबसे बड़ा है।
दरअसल सनकी तानाशाह किम जोंग ने अपने वैज्ञानिकों को ऐसे विनाशकारी बम के टेस्ट का आदेश दिया था जो न्यूक्लियर विस्फोट से हज़ार गुना ताकतवर और विनाशकारी हो। ये उसी टेस्ट पर किम जोंग की फाइनल मुहर है। जैसे ही किम जोंग ने टेस्ट को हरी झंडी दी। खुद इस टेस्ट साइट पर तानाशाह मौजूद था। टेस्ट से पहले इस तानाशाह के सामने हाईड्रोजन बम को रखा गया और नॉर्थ कोरिया के टॉप न्यूक्लियर साइंटिस्टों ने किम जोंग उन को इस महाविनाशकारी बम की एक एक बारीकी समझाई। खुद किम जोंग ने इस विनाशकारी बम को इंटर कॉन्टिनेंटल बैलेस्टिक मिसाइल के अंदर लोड किया।
नॉर्थ कोरिया ने दावा किया कि पिछली बार जिस हाईड्रोजन बम का टेस्ट किया गया, उससे 10 गुना ज्यादा पावरफुल बम बनाया गया है। पिछली बार 10 किलोटन का परीक्षण किया गया था, इसबार 100 किलोटन से बड़ा धमाका था। इसी वजह से अब जापान, अमेरिका और साउथ कोरिया जैसे देश सकते में आ गए हैं।