लाहौर: पाकिस्तान सरकार द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को नो-फ्लाई सूची से निकालने में देरी करने के कारण उन्हें इलाज कराने के लिए रविवार को लंदन जाने के अपने कार्यक्रम में बदलाव करना पड़ा। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) प्रमुख को एग्जिट कंट्रॉल लिस्ट (ईसीएल) से बाहर करने के संबंध में नेशनल अकाउंटिबिलिटी ब्यूरो (एनएबी) और गृह मंत्रालय शनिवार को निर्णय नहीं ले सका।
एक सूत्र ने डॉन न्यूज को बताया, "शरीफ अपने भाई शहबाज शरीफ के साथ रविवार सुबह पीआईए की उड़ान से लंदन जाने वाले थे। सभी तैयारियां हो गई थीं, लेकिन अंतिम समय में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सरकार ने एक चाल चली और शरीफ का नाम ईसीएल सूची से नहीं हटाया।" उन्होंने कहा कि सरकार ने शुक्रवार को बयान दिया था कि पूर्व प्रधानमंत्री का नाम ईसीएल से हटाना सिर्फ औपचारिकता है।
उन्होंने कहा, "हम चकित हैं कि प्रधानमंत्री इमरान खान के आश्वासन तथा उनके सलाहकार और विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के सकारात्मक बयानों के बावजूद नवाज शरीफ का नाम ईसीएल से नहीं हटा, जिससे पता चलता है कि इस संबंध में जरूर कोई समस्या है।" सूत्र ने इस देरी को शरीफ के स्वास्थ्य की नजर से बहुत खतरनाक बताया।
उन्होंने डॉन न्यूज को बताया, "नवाज शरीफ की तबीयत बहुत नाजुक है, और उनकी हालत प्लेटलेट्स की अस्थिरता के कारण लगातार बिगड़ती जा रही है। सरकार की कथनी और करनी में विरोधाभास से सिर्फ स्थिति बिगड़ती जा रही है।"
प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार, नवाज शरीफ को शुक्रवार को इलाज के लिए विदेश जाने की अनुमति दी गई थी।
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