नेपीता: म्यांमार की सेना ने घोषणा की है कि वह सोमवार को घोषित एक साल के आपातकाल के बाद देश में नए सिरे से चुनाव कराएगी। बता दें कि देश की सेना ने सोमवार को तख्तापलट के बाद देश की शीर्ष नेता आंग सान सू ची को हिरासत में ले लिया था। सेना के नियंत्रण वाले ‘मयावाडी टीवी’ पर यह घोषणा की गई है। इससे पहले सैन्य नियंत्रण वाले इस टीवी चैनल पर कहा गया था कि राष्ट्रीय स्थिरता के बाधित होने के चलते सभी सरकारी कामकाज सेना प्रमुख जनरल मिन आंग लाइंग को ट्रांसफर किए जाते हैं।
‘एक साल बाद सौंप देंगे बागडोर’
जनरल को कामकाज ट्रांसफर करने का यह कदम 2008 के संविधान के प्रावधान के तहत उठाया गया जिसे सैन्य शासन के दौरान जारी किया गया था। म्यांमार की सेना द्वारा की गई घोषणा में कहा गया है कि एक बार चुनाव होने के बाद सेना जीतने वाले को सत्ता की बागडोर सौंप देगी। सू ची की नेशनल लीग ऑफ डेमोक्रेसी पार्टी ने पिछले साल नवंबर में हुए आम चुनाव में शानदार जीत दर्ज की थी। उस चुनाव में सेना के समर्थन वाली यूनियन सॉलिडेरटी एंड डेवलपमेंट पार्टी को करारी शिकस्त झेलनी पड़ी थी।
’25 प्रतिशत सीटें सेना को दी गईं’
सेना ने कहा, ‘उसे यह कार्रवाई करनी पड़ी क्योंकि सू ची की सरकार बड़े पैमाने पर चुनावों में धांधली के उसके आरोपों का निराकरण करने में नाकाम रही।’ बता दें कि सू ची की पार्टी ने संसद के निचले और ऊपरी सदन की कुल 476 सीटों में से 396 पर जीत दर्ज की थी जो बहुमत के आंकड़े 322 से कहीं अधिक था, लेकिन वर्ष 2008 में सेना द्वारा तैयार किए गए संविधान के तहत कुल सीटों में 25 प्रतिशत सीटें सेना को दी गई हैं जो संवैधानिक बदलावों को रोकने के लिए काफी है। इसके अलावा कई अहम मंत्री पदों को भी सैन्य नियुक्तियों के लिए सुरक्षित रखा गया है।
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