पाकिस्तान में पूर्व राजनयिक की बेटी की बेरहमी से हत्या, गोली मारने के बाद सिर किया कलम
दक्षिण कोरिया में पाकिस्तान के राजदूत रहे शौकत मुकादम की बेटी नूर मुकादम की उनके घर में हत्या कर दी गई।
इस्लामाबाद: पाकिस्तान में एक पूर्व राजनयिक की बेटी की मंगलवार को नृशंस हत्या कर दी गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक, दक्षिण कोरिया में पाकिस्तान के राजदूत रहे शौकत मुकादम की बेटी नूर मुकादम की उनके घर में हत्या कर दी गई। हत्यारे ने पहले नूर मुकादम को गोली मारी और इसके बाद उनका सिर कलम कर दिया। पुलिस ने घटना के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि हत्यारा पीड़िता का ही एक दोस्त है जिसका नाम जहीर जफर है और वह देश के एक बड़े बिजनेसमैन का बेटा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
घटना के बाद पाकिस्तान में गुस्से का माहौल
इस घटना के बाद पूरे पाकिस्तान में आक्रोश देखने को मिल रहा है और सोशल मीडिया पर #JusticeForNoor और #JusticeForNoorMukadam ट्रेंड कर रहा है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जहीद हफीज चौधरी ने नूर मुकादम की मौत पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि वह अपने वरिष्ठ सहयोगी और पाकिस्तान के पूर्व राजदूत की बेटी की हत्या पर बेहद दुखी हैं और शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं। चौधरी ने कहा कि उन्हें आशा है कि हत्यारों को उनके गुनाह की सजा जल्द मिलेगी।
अफगानिस्तान के राजदूत की बेटी भी हुई थी किडनैप
इससे पहले पाकिस्तान में अफगानिस्तान के राजदूत की बेटी का मामला काफी छाया हुआ है। हालांकि पाकिस्तान पुलिस ने सोमवार को कहा कि उन्हें इस बात का कोई सबूत नहीं मिला है कि राजधानी से राजदूत की बेटी का अपहरण किया गया था। पाकिस्तान में अफगानिस्तान के राजदूत नजीबुल्लाह अलीखिल की 26 वर्षीय बेटी सिलसिला अलीखिल का इस्लामाबाद में शुक्रवार को अज्ञात लोगों ने अपहरण कर उन्हें प्रताड़ित किया था और उनके साथ मारपीट की थी। किराए के वाहन में सवारी करते समय उनका अपहरण कर लिया गया था और कुछ घंटे बंधक बनाने के बाद छोड़ दिया गया।
‘अभी तक अपहरण की बात साबित नहीं हुई’
सिलसिला अलीखिल राजधानी के एफ-9 पार्क इलाके के पास मिली थीं और उनके शरीर पर मारपीट के निशान थे। इस्लामाबाद के पुलिस महानिरीक्षक काजी जमीलुर रहमान ने विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मोईद यूसुफ के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि पुलिस ने उन सभी जगहों का CCTV फुटेज एकत्रित किया है, जहां राजदूत की बेटी गई थी। इस्लामाबाद और रावलपिंडी में लगभग 300 CCTV कैमरों का डेटा एकत्र किया गया है। उन्होंने कहा, 'हमने जांच के लिए अपने सभी संसाधनों का इस्तेमाल किया लेकिन अभी तक अपहरण की बात साबित नहीं हुई है।’
‘मैंने एक टैक्सी किराए पर ली थी’
रहमान के हवाले से 'डॉन' समाचार पत्र ने खबर दी है कि रहमान ने कहा है कि पुलिस ने अपहरण के दिन राजदूत की बेटी की आवाजाही के सभी फुटेज की पड़ताल की है। हालांकि, उन्होंने कहा कि 'हमें जो सबूत मिले हैं उनके आधार पर अपहरण की पुष्टि नहीं होती।' उन्होंने कहा कि 220 से अधिक लोगों से पूछताछ की गई और उन सभी जगहों के CCTV फुटेज की पड़ताल की गई, जहां वह गई थीं। अलीखिल की ओर से पुलिस को दिए गए बयान में कहा गया था कि वह एक गिफ्ट खरीदने गई थीं और उन्होंने एक टैक्सी किराए पर ली थी।
‘मैं डर के मारे बेहोश हो गई थी’
अलीखिल ने अपने बयान में कहा कि लौटते वक्त 5 मिनट की यात्रा के बाद टैक्सी चालक वाहन सड़क किनारे ले गया। वहीं एक और व्यक्ति आ गया और उस पर चिल्लाने लगा और उसके बाद उसने मारपीट शुरू कर दी। राजदूत की बेटी ने कहा,‘मैं डर के मारे बेहोश हो गई।’ अलीखिल ने कहा था कि होश आने पर उन्होंने खुद को ‘गंदे स्थान’ पर पाया। इसके बाद उन्होंने पास के एक पार्क में जाने के लिए टैक्सी की और वहां से अपने पिता के सहयोगी को फोन किया जो उन्हें घर ले कर गए।